जब डी डी की की बेटी 3 महीने की थी तो उसने डॉक्टर को बोला की वह सांस नहीं ले पा रही है | जब वह सात साल की हुई तो उसने कह दिया की बेटी को च्रोमोसोमल डिसऑर्डर है और उसे व्हील चेयर पर डाल दिया गया |उसकी बेटी को कई और बीमारियाँ बता डी डी ने घर पर पढ़ाना शुरू कर दिया | इस झूठ की सहायता से उसने कई पैसे इकट्ठे कर लिए | लेकिन एक दिन बेटी की फेसबुक पर एक लड़के से मुलाकात हुई | उसने उसकी सहायता से मां का क़त्ल कर दिया और वहां से भाग गयी | लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया और जब उसकी जांच हुई तो वह एक दम स्वस्थ थी | उसको 10 साल की सजा सुनाई गयी |