प्रथम काउंसल बनने के बाद नेपोलियन ने फ्रांस के लिए एक नवीन संविधाान का निर्माण किया जो क्रांति युग का चौथा संविधान था। इसके द्वारा कार्यपालिका शक्ति तीन कांउसलरों में निहित कर दी गई। प्रधान काउंसल को अन्य काउंसलरों से अधिक शक्ति प्राप्त थी। वास्तव में संविधान में गणतंत्र का दिखाया तो जरूर था लेकिन राज्य की सम्पूर्ण सत्ता नेपालियन के हाथों में केन्द्रित थी।