नेपोलियन ने शासन व्यवस्था का केंन्द्रीकरण किया और डिपार्टमेण्त्स तथा डिस्ट्रिक्ट की स्थानीय सरकारों को समाप्त कर प्रीफेक्ट (perfects) एवं सब-प्रीफेक्ट्स की नियुक्ति की। इनकी नियुक्ति तथा गांव और शहरों के सभी मेयरों की नियुक्ति सीधे केंन्द्रीय सरकार द्वारा की जाने लगी। इस प्रकार प्रशासन के क्षेत्र नेपोलियन ने इन अधिकारियों पर पर्याप्त नियंत्रण रख प्रशासन को चुस्त-दुरूस्त बनाए रखा साथ ही योग्यता के आधार पर इनकी नियुक्ति की।
प्रशासनिक क्षेत्रों में नेपोलियन के सुधार एक प्रकार से क्रांति के विरोधी के रूप में थे क्योंकि नेशनल एसेम्बली ने क्रांति के दौरान प्रशासनिक ढांचे का पूर्ण विकेन्द्रीकरण कर दिया था तथा देश का शासन चलाने का दायित्व निर्वाचित प्रतिनिधियों को दिया गया था लेकिन नेपालियन ने इस व्यवस्था को उलट दिया और क्रांतिपूर्व व्यवस्था को फिर से स्थापित किया। उस दृष्टि से वह क्रांति का हंता था।