रेस चित्रपट मध्ये भूमिका केलेल्या साकिब सालीमने आपल्या लैगिक शोषणाची गोष्ट सुद्धा हल्लीच मीडियाला सांगितली.
साकिब ने आगे बताया कि, “जब ये घटना हुई तो मैंने उस आदमी को झटका दिया और मैं वहां से गुस्से में निकल गया। लेकिन ये भी सच है कि इस बारे में मैं कुछ बोल नहीं पाया। मैं उस वक्त सिर्फ 21 साल का था और काफी डर गया था । लेकिन मैं जल्द ही उस हादसे को भूल गया था । मुझे पता है कि इस तरह की चीजें हर शख्स पर अलग-अलग तरह से असर डालती हैं।”
बॉलीवुड में चल रहे है मीटू मूवमेंट का समर्थन करते हुए साकिब कहते है कि, ” ऐसी बातें सुन कर दिल दहल जाता है और ऐसा करने वाले लोगों के बारे में सोच कर ही घृणा होती है। यौन शोषण की ये घटनाएं निश्चित तौर पर किसी को भी डराने के लिए काफी हैं।”
आपण साहित्यिक आहात ? कृपया आपले साहित्य authors@bookstruckapp ह्या पत्त्यावर पाठवा किंवा इथे signup करून स्वतः प्रकाशित करा. अतिशय सोपे आहे.