सुर्मा-ए-मुफ़्त-ए-नज़र[1] हूँ, मेरी क़ीमत ये है
कि रहे चश्म-ए-ख़रीदार[2] पे एहसां मेरा
रुख़्सत-ए-नाला[3] मुझे दे कि मुबादा[4] ज़ालिम
तेरे चेहरे से हो ज़ाहिर ग़म-ए-पिनहां[5] मेरा
ख़लवत[6]-ए आबिला-ए-पा[7] में है जौलां[8] मेरा
ख़ूं है दिल-तंगी-ए वहशत से बयाबां मेरा
हसरत-ए नशा-ए वहशत न ब सअई[9]-ए दिल है
अ़रज़-ए ख़मयाज़ा[10]-ए मजनूं है गरेबां मेरा
फ़हम[11] ज़न्जीरी-ए-बेरबती-ए दिल है या रब
किस ज़बां में है लक़ब[12] ख़्वाब-ए-परेशां मेरा
शब्दार्थ: