बिच्छू बूटी की जड़ या शमी जिसे छोंकरा भी कहते है की जड़ शनिवार को पुष्य नक्षत्र में काले धागे में पुरुष और स्त्री दोनो ही दाहिने हाथ की भुजा में बांधने से शनि के कुप्रभावों में कमी आना शुरु हो जाता है।
बिच्छू बूटी की जड़ या शमी जिसे छोंकरा भी कहते है की जड़ शनिवार को पुष्य नक्षत्र में काले धागे में पुरुष और स्त्री दोनो ही दाहिने हाथ की भुजा में बांधने से शनि के कुप्रभावों में कमी आना शुरु हो जाता है।