राजस्थानी लोक चित्रांकन का एक प्रमुख प्रकार है पड़ चित्राकन इस चित्राकन में मुख्यत: कपडे पर लोकदेवता पाबूजी और देवनारायण की जीवन लीला चित्रित की हुई मिलती है। इन पेडों के भोपे गाव-गांव इस फैलाकर रात्रि को विशिष्ट गाथा गायकी में पड वाचन करते हैं।