गिरनार में मिला पांच सौ वर्ष का अघोरी हमारे,यहा तो कई गिरी है मगर मुख्य गिरी तो दो ही हैं। पहला हिमगिर और दूसरा गिरनार एक पहाडोंका रुप है तो दुसरा भूमग ना रूप…! नर नारी का यह रूप नदी नालों भिमा को महान गाओं का गहन तपस्या स्थल है। कोई गुफा ऐसी नहीं मिलेगी जहा मम्मी के जैसे दिखने वाले मनस्वी नायाब साधू सन्यासी नहीं तपा हो।