किसी समय अरब के एक गाँव में 'गिजरू' नामक एक आदमी रहता था। वह अपने कबीले का सरदार भी था। गिजरू को दुनिया में अगर जान से भी प्यारी कोई चीज़ थी तो यह उसका एक घोड़ा था। उस घोड़े का नाम था 'अमराक वह उस पर सो जान से न्योछावर था।
बनारसी बाबु हम बेच्यु के छात्र हैं.....हमें पढने का शौक हैं और पढ़ी हुई कहानियाँ सुनाना हमारा पेशा हैं...! कभी आओ अस्सी घाट....बैठकर खूब बाते करेंगे...और बढ़िया वाली लेमन टी पियेंगे.