पुराने ज़माने की बात है। एक गाँव में धर्मपाल नाम का एक व्यापारी रहता था। उसके जैसा धर्मात्मा और बात का सच्चा आदमी मिलना मुश्किल था। दीन-दुखियों की सहायता करने में उससे बढ़ा-चढ़ा और कोई न था सचमुच जैसा उसका नाम था वैसा ही उस का काम भी। इसलिए उस गाँव के ही नहीं, बल्कि आस-पास के गांवों के लोग भी उस की बड़ी इज्जत करते थे। यह कहानी उस पिताह के प्यार की है..!