बझाल नामक शहर में श्री गौरांग नाम के एक बडे भक्त हो गए हैं। वे एक भक्त ही नहीं, बल्कि बड़े भारी पंडित भी थे। तर्क शास्त्र में उन की बराबरी करने वाला कोई न था। यह कहानी वह होशियार पंडित की है..!
कहानीबाजबचपन की बहोत सारी कहानियो की पोटली खोलने और आपको आपके बचपन मे ले जाने की जिम्मेदारी हमारी है| हम कहानीबाज आपके लिये लाये है, वो कहानियाँ जो आपके बेहद करीब हो...!!