फ्लोरेंस का राक्षस

१९६८  एक राक्षस फ्लोरेंस , इटली की सड़कों पर नज़र आया | वह एक .२२ कैलिबर की पिस्तौल रखता था और उससे उसने १६ लोगों का क़त्ल किया (और कभी कभार महिला पीड़ितों के गुप्तांग को काट दिया) और फिर अचानक से गायब हो गया | कातिल हमेशा जोड़ों को अपना शिकार बनाता और पुलिस इस केस को सुलझाने में नाकामयाब रही है |

तहकीकात के दौरान उन्होनें एक लाख से ज्यादा लोगों से पूछताछ की ; चार अलग-अलग पुरुषों को चार अलग अलग बार हत्या का दोषी ठहराया गया है और ज़ाहिर है की वह सब इन सारे कत्लों के ज़िम्मेदार नहीं हो सकते हैं | कई और लोगों को भी इस सिलसिले में पकड़ा गया , लेकिन जब कातिल ने फिर उसी तरीके और उसी पिस्तौल  से हमला किया तो उन्हें छोड़ दिया गया |

स्वतंत्र जांच से ये नतीजा निकला है की अंतोनियो विन्ची , दो अभियुक्तों का रिश्तेदार असली गुनेहगार है | विन्से अभी भी जिंदा है और आज़ाद भी और उसने २००८ में “डेटलाइन एनबीसी” को दिए गए अपने साक्षात्कार में अपने को निर्दोष बताया है | वह राक्षस जो भी था या है , ये आख़री मर्डर के ३० साल बाद जान पाना अब नामुमकिन लगता है |

 

“हाईवे ऑफ़ टीयर्स” मर्डर्स

कनाडा का हाईवे १६ , जो की ब्रिटिश कोलंबिया के मध्य से लगभग नौ सौ मील की दूरी तक चलता है और दुनिया के  किसी भी राजमार्ग के सबसे अविश्वसनीय दृश्यों यहाँ पर पाए जाते थे | हैरानी की बात नहीं है की उसका नाम “हाईवे ऑफ़ टीयर्स” है क्यूंकि वो ऐसे सुनसान इलाकों से निकलता है जहाँ कुछ बुरा हो तो चीखें सुनने वाला भी कोई नहीं हो | और वाकई में ऐसा हुआ भी : पिछले कई दशकों में ४० लड़कियां हाईवे पर से लिफ्ट मांगते हुए गायब हो गयीं हैं |

कई सालों तक लोगों ने कैनेडियन पुलिस को सही से तहकीकात न कर पाने का इलज़ाम लगाया | इनमें से कई लड़कियां इनुइट या गैर-सफेद थीं और कई लोगों का कहना है की तहकीकात सही से तब शुरू हुई जब पहली सफ़ेद महिला का क़त्ल हुआ |

अधिकारी ये मानते हैं की ये इलाका पुलिस के लिए मुश्किल है : सैकड़ों मील की दूरी तक सड़कें चलती है और फिर रास्ता बंद हो जाता  है ; हाईवे के कई हिस्सा एकदम सूनसान हैं और कई मीलों तक कोई शहर नहीं है और दूर दूर तक मोबाइल फ़ोन का नेटवर्क भी नहीं हासिल  होता है |

ज़ाहिर है एक कड़ी सम्भावना है की इन सब घटनाओं के पीछे एक से ज्यादा कातिल का हाथ हो सकता है | अमेरिका में कई संदिघ्ध शक के दायरे में आये हैं लेकिन कुछ भी साबित नहीं हो पाया है – और इन  सब संदिघ्दों को कुछ  “हाईवे ऑफ़ टीयर्स” मामलों  से बेदखल कर दिया गया | जब तक हाईवे पर सूनसान जगहें इन शिकारियों को मिलती रहेंगी तब तक औरतों के शिकार की सम्भावना भी बनी रहेगी |

 

पतुरिस पार्क मर्डर्स

कातिल जिसको सब “रेनबो मेनिअक” के नाम से जानते हैं कई सालों से ब्राज़ील के सो पाउलो शहर में गे आदमियों को अपना शिकार बनाये हुए है – ये ऐसा समुदाय है जो साउथ अमेरिका के गे समुदायों में सबसे रंगीन माना जाता है | इस इलाके में दुनिया की सबसे बड़ी गे प्राइड मार्च का आयोजन होता है और पतुरिस पार्क एक मशहूर हूकउप स्थान बन गया – जब तक एक पागल इंसान ने उसे अपने शिकार का स्थान नहीं बनाया |

ये पार्क २००७ से १३ आदमियों के क़त्ल का गवाह है | पुलिस का मानना है की यही कातिल पास के ओसस्को में ३ और क़त्ल के लिए ज़िम्मेदार है ; एक ऐसी धारणा भी है की ये एक वर्तमान या पूर्व पुलिस अधिकारी का काम हो सकता है | वाकई में २००८ में स्थानीय अख़बारों ने खबर दी की पूर्व पुलिस अधिकारी जेयरो फ्रांसिस्को फ्रांको को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस को पूरा यकीन है की वोही कातिल है | कोई इलज़ाम और सजा नहीं हुई और ये केस अभी भी अनसुलझा है |

 

बाइबिल जॉन

१९६० दशक के आख़िरी सालों में ३ स्कॉटिश लड़कियों का अंत एक ऐसे कातिल के हाथों हुआ जो की बाइबिल से स्क्रिप्चर पढता था और जिसका नाम सबने “बाइबिल जॉन” रख दिया था |

सब शिकारों का गला उनके स्टॉकग्स से घोटा गया था | इस के इलावा ये सभी लड़कियां उस वक़्त महीने से थीं और ये बात कातिल को मालूम थी क्यूंकि उसने उनके आसपास पैड्स और टम्पोंस डाल दिए थे |

शिकार हेलेन पुटओक्क की बहन हेलन पुटओक्क – ने कातिल की सबसे नज़दीकी पहचान दी क्यूंकि उसने उसके साथ (और अपनी मरी हुई बहन के साथ एक घंटा टैक्सी में सफ़र किया था | कातिल ने अपना नाम जॉन टेम्पलेटन बताया और उसने बार बार बाइबिल में से घटनाएं बताईं और जहाँ वो अपने शिकारों से मिलता था ऐसे डांस हॉल्स को उसने “अधर्म की भट” बताया | जब जीन और उसका साथी टैक्सी से उतर गए हेलन जॉन के साथ चली गयी और सुबह मरी हुई पाई गयी | वह आदमी बिना निशान छोड़े गायब हो गया |

 

द बोस्टन स्ट्रांगलेर

एक दिन जुलाई १९६२ में बोस्टन हेराल्ड के पहले पन्ने पर ये खबर थी – “पागल कातिल ने चार औरतों का बोस्टन में क़त्ल किया !” इस केस ने जनता की कल्पना को उजागर किया – लेकिन उसका सुलझना नामुमकिन सा हो गया |

१९६२ और १९६४ के बीच १३ औरतें उम्र १९ साल से ८५ साल तक का बोस्टन क्षेत्र में क़त्ल किया गया | सब औरतों को सिल्क स्टॉकन्ग्स से गला घोटा गया ; अधिकतर के साथ बलात्कार किया गया और किसी भी घर में ज़बरदस्ती प्रवेश के कोई संकेत नहीं थे | अक्टूबर १९६४ में एक आदमी जो एक औरत के अपने घर में ही बलात्कार के लिए पकड़ा गया था – अल्बर्ट देसल्वो उसने इन हत्याओं के लिए खुद को ज़िम्मेदार माना और उसके इसके लिए सजा भी हुई |

देसल्वो ने घटना स्थल के कई ऐसे विवरण दिए जो जनता को नहीं बताये गए थे पर उसने कुछ जानकारी गलत भी दी | उसके बयान के वक़्त वह एक पागल खाने का सदस्य था और उसे उम्र कैद की सजा हुई | अपर उसके बयां में मोजूद कमियां जैसे मौत का सही समय , गला घोटने का तरीका आदि का कोई जवाब नहीं मिला | पुलिस का हमेशा से मानना था की खून एक से ज्यादा आदमी का काम है और वाकई में डीएनए ने देसल्वो के एक क़त्ल जो उसने माना था उस से बरी कर दिया था |

जॉन इ डगलस एक फबी एजेंट जिसने इस केस पर काम किया था और जो सबसे पहले प्रोफाइलर्स में से था उसका मानना है – दे साल्वो के प्रोफाइल को जांचने के बाद – की उसने ये क़त्ल नहीं किये वो सिर्फ इन कत्लों का श्रेय हासिल करना चाहता था | जिसका मतलब है की चाहे ये क़त्ल ४० साल पुराने हैं , ये सम्भावना है की विश्व इतिहास का सबसे खतरनाक कातिल अभी भी हमारे बीच है खुला घूम रहा है |

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