कई बार जब हम अपनी रजाई से पैर निकालते हैं तो एक डर सा लगता है की कहीं नीचे कुछ बुरा तो नहीं घटित हा रहा है | ये डर आपको बचपन से परेशान कर रहा है जबकि कभी भी वहां कुछ नहीं था | अगर ऐसा है तो आप बहुत किस्मत वाले हैं | पूरे भारत में कई जगहों पर होटल के बिस्तरों के नीचे शव मिले हैं : मुंबई , दिल्ली , चेन्नई ऐसा लगता है की ऐसा कोई शहर नहीं है जहाँ ऐसा घटित नहीं हुआ हो | ऐसी ही एक मशहूर घटना २००३ में मुंबई के नामी होटल में घटी जब एक मेहमान ने अपने कमरे में बदबू की शिकायत की | ३ रातों तक खिड़कियां खुले रखने और काफी सारा रूम फ्रेशनर डालने के बाद भी बदबू नहीं गयी और मेहमान को उलटी हो गयी | जब सफाई कर्मचारी सामान हटा सफाई करने लगे तो उन्हें सड़ने वाली हालत में एक आदमी की लाश मिली जिसने सिर्फ नन के विम्प्ल और मौजे पहने हुए थे | सोच के देखिये की वो ३ रातों तक उस बिस्तर में सोता रहा | है न डर वाली बात ?
वो आदमी जो आपको सोते वक़्त देखते हैं
लोग सोने से पहले अक्सर डरते हैं | ये डर बचपन से हमारे दिमाग में रहता है | ये डर अनुवांशिक भी हो सकता है | इस दुनिया में काफी लोगों ने गहरी नींद से अचानक उठने पर कुछ अजीब घटनाएं महसूस की हैं | इसमें से सबसे ज्यादा आम अनुभव है की जब आप सो रही हों तो कोई आदमी आपको देख रहा हो |
कई विशेषज्ञों का मानना है की इस ब्रह्माण्ड में कई ऐसे शिकारी हैं जिन्होनें छुपने की कला सीख रखी है | जब कोई उन्हें देख रहा हो तब भी वह छुप जाते हैं | बस जब आप सो रहे हों और शिकारी को लगता है की आप उसे देख नहीं पा रहे हैं तो आपको लगेगा की वह आपको सोते वक़्त देख रहा है |
इस आदमी का हुलिया सब लोगों ने अलग बताया है | कई लोगों ने कहा है की वह बिना कपड़ों के है , और कुछ लोगों ने बताया की वह सोये हुए व्यक्ति के कड़े पहने हुए है | हमें कभी पता नहीं चलेगा | चैन से सोईये |
एलिसा लाम
एक हाल ही की बेहद डरावनी घटना | फेब्रुअरी २०१३ में एक २१ साल की छात्रा एलिसा लाम का शव लोस अन्जेलीस के सेसिल होटल की पानी की टंकी में तैरता हुआ पाया गया | वह काफी दिनों से गायब बताई जा रही थी | उसका शव एक कर्मचारी ने तब पाया जब मेहमानों ने पानी का स्वाद ख़राब होने की शिकायत की , सोच कर ही डर लगता है | लेकिन उसके शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे और ड्रग टेस्ट भी सही निकले जिससे ये साबित होता है की उसकी मौत आकस्मिक डूबने से नहीं हुई थी |
इस केस की सबसे डराने वाली बात है वो सर्विलांस टेप जो पुलिस ने ऑनलाइन लोगों को दिखाया जिसमें लाम के मरने से पहले के क्षणों की रिकॉर्डिंग है | क्या उसका व्यव्हार एक स्चिज़ोफ्रीनिक जैसा अजीब था | वह बाइपोलर डिसऑर्डर का शिकार तो थी | या शायद लिफ्ट के बाहर कोई था |
एक और महत्वपूर्ण बात है की छत तक पहुँचने का रास्ता बंद था और अलार्म लगा हुआ था | पानी की टंकी का ढक्कन इतना भारी है की लाम का शव निकालने के लिए कर्मचारियों को उसे काटना पढ़ा; तो फिर कैसे लाम टंकी में घुसी और उसने ढक्कन भी बंद कर दिया ?
आप इस विडियो को देखें की क्यूँ इसने सारी दुनिया को डरा दिया और कुछ महत्वपूर्ण सवाल खड़े कर दिए | याद रखें की उसके शरीर में कोई ड्रग्स या शराब नहीं मोजूद थी |
दरवाज़े का खटखटाना
में कॉलेज में हूँ और कैंपस में डॉर्म में रहता हूँ | ये डॉर्म बहुत पुराना और सामुदायिक भवन जैसा है | यहाँ में २ महीने से अपने रूममेट के साथ रह रहा हूँ और सब कुछ अभी तक ठीक है | लेकिन पिछले हफ्ते अचानक सिर्फ हमारे कमरे की सारी बत्तियां बंद हो गयीं अपने आप |
हम पिछले हफ्ते से ठीक कराने के लिए गुज़ारिश कर रहे हैं पर वेबसाइट हमें ऐसा करने नहीं दे रही है | इसलिए पिछली रात मेने अपने ऊपर ठण्ड से बचने के लिए कई सारे रजाई और कम्बल डाले और सोने लेट गया | में बहुत हलकी नींद सोता हूँ और जब चाहूं नींद अपनी खोल सकता हूँ |
पिछली रात लेकिन मेने अपनी रूममेट को हॉलवे से चिल्लाते सुना की उसकी चाबी कम नहीं कर रही है और वो अभी अन्दर आना चाहती है | तो में बिस्तर से निकली और दरवाज़ा खोलने वाली थी जब मेने देखा की वो अपने बिस्तर में आराम से सो रही थी | में पीछे हट गयी ये सोच की शायद में सपना देख रही थी जो मुझे हकीक़त सा लग रहा था | मेने एक आख़री नज़र अपने रूममेट पर डाली और बिस्तर में चड़ने लगी तो देखा की दरवाज़े के पीछे कोई साया है | दरवाज़ा धरती से २ इंच ऊपर है तो मेने झुक के देखना चाहा की वहां कौन खड़ा है | जब मेने नीचे देखा तो मुझे हमारे दरवाज़े की तरफ मुंह करे एक जोड़ी जूते दिखाई दिए | फिर वह इंसान चला गया और मेने सीडियों का दरवाज़ा खुलते सुना | में लाइट भी नहीं जला सकती थी क्यूंकि बिजली गुल थी तो में अपने लैंप के साथ बिस्तर में घुस गयी और एक घंटे तक डर से सहमी बेठी रही |
लड़कियों के फ्लोर तक आने के लिए आपके पास वहां रहते किसी छात्र का आई कार्ड होना चाहिए और वो लोग हर रात 12 बजे बिल्डिंग को ताला लगा देते हैं ताकि सिर्फ छात्र और मेहमान ही अन्दर हों | हमें पहले बेघर लोगों की बिल्डिंग के तहखाने में सोने की शिकायतें मिली थी | में इसीलिए और डर गयी क्यूंकि वो जूते आदमी के जूते थे |