जोडिएक किलर एक बिना पहचान के सीरियल किलर जो की १९६० के दशक के बाद के सालों में और १९७०के दशक के शुरू के सालों में उत्तरी कैलिफ़ोर्निया में सक्रिय था को दिया गया उपनाम है | जोडिएक ने बेनिचिय , वल्लेजो , लेक बेर्रीएस्सा और सन फ्रंसिको में दिसम्बर १९६८ और अक्टूबर १९६९ में कई लोगों के क़त्ल किये | चार आदमी और तीन औरतें जिनकी उम्र १६ से २९ साल के बीच में थी को उसना अपना शिकार बनाया | इस कातिल ने ७ अगस्त १९६९ में स्थानीय बे एरिया प्रेस को चिठी जो की आगे आनेवाली चिठियों की श्रृंखला में पहली थी भेज कर अपना नाम जोडिएक बताया | इन खतों में ४ क्र्यप्तोग्रम्स(सिफेर्स) थे | ४ भेजे गए क्र्यप्तोग्रम्स में से सिर्फ एक का हल निकल पाया है |
जोडिएक किलर के नाम से जुड़े पहले क़त्ल थे २० दिसम्बर १९६८ को बेनिचिया सिटी की हदों में लेक हरमन रोड पर मध्य स्कूल के छात्र बेट्टी लोउ जेन्सेन और डेविड फैराडे के | ये जोड़ा अपनी पहले डेट पर थे और उनका जेन्सेन के घर से ३ ब्लाक दूर स्थित होगन हाई स्कूल में एक क्रिसमस कॉन्सर्ट में शामिल होने का इरादा था | इसके बजाय वह दोनों पहले अपने एक दोस्त से मिलने गए , फिर एक स्थानीय रेस्टोरेंट पर गए और उसके बाद लेक हरमन रोड के लिए गाड़ी में रवाना हुए | १०:१५ के करीब फैराडे ने अपनी माँ की राम्ब्लेर गाड़ी को एक बजरी की सड़क जो की एक जानी मानी आशिकों की जगह थी , की तरफ मोड़ लिया | ११ बजे से कुछ देर बाद उनके शव पास में रहने वाली स्तेल्ला बोर्गेस को मिले | सोलानो की काउंटी शेरिफ विभाग ने इस गुनाह की तहकीकात की पर कोई अहम् सुराग नहीं मिला |
मिली हुई फॉरेंसिक जानकारी के हिसाब से रोबर्ट ग्रय्स्मिथ ने अंदाज़ा लगाया की एक और गाडी ११ बजे से थोड़ी देर पहले उस सड़क पर मुडी और जोड़े की गाडी के पास खड़ी कर दी गयी | कातिल दूसरी गाड़ी से उतरा और राम्ब्लेर की तरफ बढ़ने लगा , शायद उसने जोड़े को गाड़ी से बाहर आने को कहा | जेन्सेन शायद पहले बाहर आयीं , लेकिन जब फैराडे बाहर आ रहा था तभी कातिल ने उसको सर में गोली मार दी | कातिल से भागने की कोशिश में जेन्सेन गाडी से २८ फीट दूर पांच गोलियों का निशाना बन ढेर हो गयीं | कातिल फिर वहां से अपनी गाड़ी में चला गया |
जुलाई ४ १९६९ को आधी रात से थोड़ी देर पहले डेर्लेन फेर्रिन और माइकल मगेऔ लेक हरमन रोड के क़त्ल स्थल से करीबन ४ मील(6.४ किलोमीटर) दूर स्थित ब्लू रॉक स्प्रिंग्स पार्क वल्लेजो पहुंचे | जब वह जोड़ा फेर्रिन की गाड़ी में बेठे हुए थे उसी वक़्त एक एक और गाड़ी उनके साथ में आकर खड़ी हुई और फिर तुरंत ही वहां से चली गयी | १० मिनट बाद वापस आकर उस गाड़ी को जोड़े की गाड़ी के पीछे पार्क कर दिया गया | दूसरी गाड़ी का चालक गाड़ी से बाहर आया और फेर्रिन की गाड़ी के यात्री दरवाज़े की ओर एक फ़्लैशलाइट और ९मम की लुगेर लेकर बढ़ा | कातिल ने मगेऔ और फेर्रिन की आँखों में फ़्लैशलाइट की रौशनी डाली और फिर उन्हें पांच बार गोली मारी | दोनों को ही ये गोलियां लगीं और कई गोलियां तो मगेऔ से होती हुई फेर्रिन के शरीर को लग गयीं | कातिल गाड़ी के पास से चला गया लेकिन मगेऔ की कराहने की आवाज़ सुन वापस आया और दोनों को २ बार गोली मार वहां से चला गया |
जुलाई 5 १९६९ को रात १२:४० पर एक आदमी ने वल्लेजो पुलिस विभाग को फ़ोन किया इस गुनाह को बता उसकी ज़िम्मेदारी लेने के लिए | फ़ोन करने वाले ने ६.५ महीने पहले घटित जेन्सेन और फैराडे के क़त्ल की भी ज़िम्मेदारी ली | पुलिस ने जब कॉल का पता लगाने की कोशिश की तो पता चला की कॉल स्प्रिंग्स रोड और तुओलुमने के पास स्थित एक फ़ोन बूथ से आया था | यह जगह फेर्रिन के घर से ३/१० मील(४८० मीटर) की और वल्लेजो पुलिस विभाग के दफ्तर से कुछ ब्लाक की दूरी पर है |
फेर्रिन को अस्पताल में मृत घोषित किया गया | मगेऔ चेहरे , गर्दन और छाती पर इतनी गोलियां खाने के बाद भी बच गया |
जोडिएक अधिकारीयों से १९७० के आख़री सालों में खतों और प्रेस को लिखे ग्रीटिंग कार्ड्स के माध्यम से बातचीत करता रहा | २० अप्रैल १९७० की तारीख डाले एक ख़त में उसने लिखा , “मेरा नाम है _____, और उसके बाद एक १३ चिन्हों का सिफर | उसके बाद जोडिएक ने आगे लिखा की वो सन फ्रांसिस्को में पुलिस स्टेशन पर हुए बम हमले के लिए ज़िम्मेदार नहीं था ( वह बात कर रहा था १८ फेब्रुअरी १९७० को सार्जेंट ब्रायन मक डोंनेल की मौत की जो गोल्डन गेट पार्क के पार्क स्टेशन में हुए बम विस्फोट के दो दिन बाद ख़तम हो गए थे) लेकिन उसने यह भी लिखा की साधारण जनता को मारने से एक पुलिस वाले को मारने से ज्यादा ख्याति हासिल होती है क्यूंकि एक पुलिस वाला वापस गोली चला सकता है”| उस ख़त में शामिल था एक बम की तस्वीर जिसका इस्तेमाल जोडिएक एक स्कूल बस को उड़ाने के लिए करने वाला था | उस तस्वीर के नीचे उसने लिखा " = 10, SFPD = 0."
जोडिएक ने २८ अप्रैल १९७० की तारिख डला एक ग्रीटिंग कार्ड क्रॉनिकल को भेजा | उस कार्ड पर लिखा था “ मैं आशा करता हूँ की तुम मेरे द्वारा किये गए विस्फोट का आनंद उठाओगे” और उसके बाद जोडिएक का पार चक्र का हस्ताक्षर | कार्ड के पीछे जोडिएक ने धमकी डी की अगर समाचार पात्र वालों ने उसकी हर बात नहीं छापी तो वह जल्द ही उस बम का इस्तेमाल करेगा | वह ये भी चाहता था की कुछ लोग “ अच्छे से जोडिएक बटन लगा कर पहनने लगें |
२६ जून १९७० की तारिख डाले एक ख़त में जोडिएक ने कहा की वह नाराज़ है क्यूंकि उसने किसी को जोडिएक बटन पहने नहीं देखा है | उसने लिखा “ मेने एक गाड़ी में बैठे एक आदमी को अपनी .३८ पिस्तौल से गोली मार दी” शायद जोडिएक सार्जेंट रिचर्ड रादेतिच की हफ्ते पहले हुई हत्या के बारे में बात कर रहा था | सुबह ५:२५ पर रादेतिच अपनी गाड़ी में एक पार्किंग टिकट लिख रहे थे जब किसी ने उनकी .३८ पिस्तौल से गोली मार हत्या कर दी | रादेतिच की १५ घंटे बाद मौत हो गयी | एसएफपीडी ने जोडिएक के शामिल होने की बात ख़ारिज करदी और इसीलिए ये हत्या की गुत्थी अनसुलझी रह गयी |
उस ख़त के साथ शामिल था सन फ्रांसिस्को बे एरिया का एक फिलिप्स ६६ रोडमैप | माउंट दिअबलो की तस्वीर के ऊपर जोडिएक ने एक वैसा ही पार चक्र बनाया था जैसा उसने अपनी पहले खतों में बनाया था | पार चक्र के ऊपर उसने शुन्य लिखा और फिर ३ , ६ और ९ | उसके साथ लिखे निर्देशों में लिखा था की शुन्य को मैग एन तक लाना है | उस ख़त में शामिल था एक ३२ चिन्ह का सिफर जो कातिल के हिसाब से अगर कोड से मिलाया जाए तो ये बताएगा की वो कौनसी जगह है जहाँ बम दफनाया गया है और ये भी की वह पतझड़ में स्वयं विस्फोट हो जाएगा | सिफर का सच कभी नहीं पता किया जा सका और वह बम भी कभी नहीं मिला | कातिल ने हस्ताक्षर किये " = 12, SFPD = 0."
२४ जुलाई १९७० को क्रॉनिकल को लिखी चिट्ठी में जोडिएक ने हादसे के ४ महीने बाद कैथलीन जोन्स के अपहरण की ज़िम्मेदारी ली | २६ जुलाई १९७० को लिखे ख़त में जोडिएक ने मिकाडो के लिखे गीत की व्याख्या कर और अपने शब्द डाल कर ये बताने की कोशिश की कि वो कैसे अपने गुलामों को स्वर्ग में सजा देगा | ख़त का हस्ताक्षर बड़े से पार चक्र चिन्ह के साथ किया गया था और एक नया स्कोर " = 13, SFPD = 0".नीचे लिखा गया था | ख़त के अंत में लिखे एक आख़री सन्देश में लिखा था “ पीएस माउंट दिअबलो का कोड जुड़ा है रेडियनस +# और उसके गुज़र रहे इंच से | १९८१ में जब इस बात की जब जोडिएक शोधकर्ता ने जांच की तो पता चला की रेडियन एंगल को जब जोडिएक के निर्देश अनुसार मैप पर रखा जाये तो वो उसके द्वारा किये गए दो हमलों की जगहों की तरफ इशारा करता है |
७ अक्टूबर १९७० को क्रॉनिकल को मिला एक ३ बाय ५ इंच का कार्ड जिसमें जोडिएक द्वारा हस्ताक्षर किया गया और एक छोटा पार खून से बनाया गया था | कार्ड का सन्देश क्रॉनिकल के एक संस्करण में से अक्षर और शब्द काट कर लिखा गया था और पूरे कार्ड में १३ छेद किये गए थे | इंस्पेक्टर आर्मस्ट्रांग और तोस्ची ने माना की ये सम्भावना बहुत अधिक है की ये कार्ड जोडिएक ने भेजा है |
पॉल अवेरी को ख़त
२७ अक्टूबर १९७० को क्रॉनिकल के पत्रकार पॉल अवेरी (जो की जोडिएक केस पर काम कर रहे थे ) को एक हेलोवीन कार्ड मिला जिसमें हस्ताक्षर अक्षर z से किये गए थे और साथ में बना था उसका पार चक्र चिन्ह | कार्ड पर हाथ से लिखा था “पीक अ बू, यू आर डूमड” | इस धमकी को गंभीरता से लिया गया और क्रॉनिकल के पहले पन्ने पर छापा गया | इस ख़त के मिलने के कुछ दिनों बाद ही अवेरी को एक बेनाम ख़त मिला जिसमें जोडिएक की हरकतों और चेरी जो बेट्स के अनसुलझे क़त्ल जो चार साल पहले ग्रेटर लोस अंजेलेस शेत्र के रिवरसाइड के एक कॉलेज में हुआ था में समानता दर्शाई गयी | अवेरी ने अपनी खोज को क्रॉनिकल में १६ नवम्बर १९७० को छापा |
रिवरसाइड
३० अक्टूबर १९६६ को १८ साल की चेरी जो बेट्स जो की रिवरसाइड कम्युनिटी कॉलेज की छात्रा थीं ने अपनी शाम कॉलेज के पुस्तकालय में जब तक वो ९ बजे बंद नहीं हो गया बिताई | पड़ोसियों ने बताया की उन्होनें १०:३० के करीब एक चीख सुनी | बेट्स का शव सुबह पुस्तकालय से थोड़ी दूर दो खाली घरों जो की जल्द ही टूटने वाले थे के बीच में पाया गया | उसके वोल्क्स्वगन कैप के तार खींचे हुए थे | उसको बुरी तरह से मारा गया था उर फिर चाकू मार उसकी हत्या की गयी थी | एक आदमी की टाईमेक्स घडी जिसका पट्टा फटा हुआ था वह पास मिली | घडी 12:24 पर रुक गयी थी पर पुलिस का मानना है की हमला उससे पहले ही हो गया था |
"कन्फेशन"
एक महीने बाद २९ नवम्बर १९६६ को एक जैसे टाइप्ड ख़त रिवरसाइड पुलिस और रिवरसाइड प्रेस एंटरप्राइज को भेजे गए जिनका नाम था “द कन्फेशन” | लिखने वाले ने क़त्ल की ज़िम्मेदारी ली और गुनाह का वो विवरण भी दिया जो जनता को भी नहीं बताया गया था | उसने ये धमकी डी की बेट्स “पहली नहीं है और वह आख़िरी भी नहीं होगी” | दिसम्बर १९६६ में रिवरसाइड सिटी कॉलेज के पुस्तकालय के एक कंप्यूटर के पीछे एक कविता लिखी मिली | उसका नाम था “ जीने से दुखी / मरने को नहीं तैयार” और उस कविता की भाषा और लिखावट जोडिएक के खतों जैसी थी | उसमें हस्ताक्षर आर एच किये हुए थे | १९७० की जांच में शेरवूड मोर्रिल कैलिफ़ोर्निया के सबसे उच्च पूछताछ के दस्तावेज़ जांचने वाले ने
अप्रैल ३० १९६७ को बेट्स के क़त्ल के ठीक ६ महीने बाद , बेट्स के पिता जोसफ , प्रेस एंटरप्राइज और रिवरसाइड की पुलिस तीनों को एक ही जैसे हाथ से लिखे ख़त मिले | प्रेस एंटरप्राइज और पुलिस की प्रतिलिपि में लिखा था “बेट्स को मरना ही था लेकिन अभी और होंगे” और नीचे एक हलकी सी z जैसी लिखावट थी | जोसफ बेट्स की प्रतिलिपि में लिखा था “ उसे मरना था और भी मरेंगे” और इस बार z का हस्ताक्षर नहीं था
१३ मार्च १९७१ को अवेरी के जोडिएक को रिवरसाइड कत्लों से जोड़ने वाले लेख के बाद जोडिएक ने लोस अन्जेल्स टाइमस को एक ख़त लिखा | उस ख़त में उसने अवेरी के बजाय पुलिस की तारीफ की “ उसकी रिवरसाइड गतिविधियाँ पता करने के लिए , पर ये तो आसान वाले हैं , ऐसे कई सारे और हैं ढूँढने के लिए”|
चेरी जो बेट्स रिवरसाइड और जोडिएक के बीच का रिश्ता अभी भी साफ़ नहीं है | पॉल अवेरी और रिवरसाइड पुलिस विभाग का मानना है की बेट्स का क़त्ल जोडिएक ने नहीं किया बस जो उसने गलत श्रेय हासिल करने के लिए वह ख़त लिख दिए होंगे |
लेक टाहो
२२ मार्च १९७१ को एक पोस्टकार्ड जो की पॉल अवेर्ली के नाम से था और माना जाता है की जोडिएक द्वारा लिखा गया था सामने आया जिसमें उसने ६ सितम्बर १९७० को डोना लास के गायब होने की ज़िम्मेदारी ली | इश्तेहारों और पत्रिका के अक्षरों को जोड़ कर बनाये गए इस पोस्टकार्ड में फारेस्ट पाईन घरों का इश्तेहार था और लिखा था “सिएरा क्लब” “ शिकार १२ की तलाश” “पाइंस से झांको” “लेक टाहो के इलाकों से गुजरो” और “ बर्फ के आस पास” | भेजने वाले के पते की जगह पर जोडिएक का पार चक्र का निशाँ बना था |
लास सहारा टाहो होटल और कैसीनो में नर्स का काम करती थीं | ६ सितम्बर १९७० को उन्होनें करीबन २ बजे तक काम किया , अपने आखरी मरीज़ का इलाज उन्होनें ०१:४० पर किया था | उसी दिन लास के मालिक और माकन मालिक दोनों को एक अनजाने आदमी ने फ़ोन किया और बोला की लास एक पारिवारिक समस्या के कारण शहर से बाहर चली गयी हैं | लास उसके बाद फिर नहीं मिलीं | एक कब्र जैसे स्थल नोर्देन कैलिफ़ोर्निया के क्लैर तप्पान लॉज , सिएरा क्लब की संपती पर मिला पर खोदने पर वहां सिर्फ एक जोड़ी धुप का चश्मा निकला | लास के गायब होने के जोडिएक से सम्बंधित होने से जुड़ा कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला |
सांता बारबरा
१३ नवम्बर १९७२ को वल्लेजो टाइम्स –हेराल्ड में छपी एक कहानी के हिसाब से सांता बारबरा काउंटी शेरिफ बिल बेकर (सेवा निवृत्त) ने ये बताया की उत्तरी सांता बारबरा काउंटी में हुए एक युवा जोड़े का क़त्ल जोडिएक का काम हो सकता है | ४ जून १९६३ को हाई स्कूल के छात्र रोबर्ट डोमिंगोस और उसकी मंगेतर लिंडा एडवर्ड्स को लोम्पोक पास एक बीच पर गोली मार दी गयी | वह सीनियर डिच डे होने की वजह से उस दिन स्कूल नहीं गए थे | पुलिस का मानना था की कातिल ने दोनों को बंधने की कोशिश की पर जब उन्होनें अपने आप को छुड़ा कर भागना चाहा उसने एक .२२ कैलिबर की पिस्तौल से दोनों को बार बार पीठ और छाती में गोलियां मार दी | कातिल ने उन दोनों के शवों को एक छोटी झोपडी में रखा और उसे जलने की एक नाकामयाब कोशिश की |
आख़री ख़त
“पाइंस” के कार्ड के बाद जोडिएक करीबन ३ साल तक शांत रहा | इसके पश्चात् २९ जनवरी १९७४ को क्रॉनिकल के नाम एक ख़त आया जिसमें उसने “द एक्सोर्सिस्ट” को उसके द्वारा देखी गयी सबसे बेहतरीन कॉमेडी पिक्चर बताया” | इस ख़त में द मिकाडो द्वारा लिखे एक गीत का कुछ हिस्सा था और नीचे एक अजीब सा चिन्ह जो आज भी शोध कर्ताओं की समझ से बाहर है | जोडिएक ने ख़त का अंत नयी गिनती से किया था "Me = 37, SFPD = 0".[54]
बाद के ख़त
बाद में जनता द्वारा मीडिया को भेजे गए कुछ खतों में जोडिएक की तरह से लिखने की कोशिश की गयी थ | क्रॉनिकल को १४ फेब्रुअरी १९७४ को मिले एक ख़त में लिखा था की स्य्म्बिओंनीज लिबरेशन आर्मी के आधाक्षर को अगर समझा जाए तो उसका मतलब है “क़त्ल” | लेकिन उस लिखावट की पहचान जोडिएक की लिखावट से नहीं की जा सकी |
क्रॉनिकल को मिले 8 मई १९७४ की तारिख डले एक ख़त में एक शिकायत लिखी थी की मूवी बेडलैंड्स “कत्लों को सही बताती है” और उन्होनें उसके इश्तेहार नहीं छापने चाहिए | नीचे हस्ताक्षर में लिखा था “ एक नागरिक” , लिखावट, लहजा और व्यंग्य बिलकुल जोडिएक के पिछले खतों से मिलते जुलते थे | इसके बाद 8 जुलाई १९७४ को क्रॉनिकल को मिले एक ख़त में उनके पत्रकार मार्को स्पिनेल्ली की शिकायत की गयी थी | नीचे हस्ताक्षर कर के लिखा गया था “लाल फेंटम(गुस्से से लाल)| ये बात विवादित है की ये ख़त जोडिएक ने लिखा है |
२४ अप्रैल १९७८ के एक ख़त को पहले सही करार दिया गया था और बस तीन महीने बाद ही ३ विषेशज्ञों ने उसे झूठ बताया | डेव तोस्ची एसेफ्पीडी के डिटेक्टिव जो इस केस पर स्टीन के क़त्ल के वक़्त से काम कर रहे थे को इस ख़त का लेखक बताया जाने लगा | ऐसा इसलिए लगा क्यूंकि लेखक अर्मिस्तेड मौपिन का मानना था की उस ख़त का लहजा बिलकुल १९७६ में तोस्ची द्वारा लिखे गए एक फेन मेल से मिलता था | हालाँकि तोस्ची ने वो फेन मेल लिखने की बात मानी उसने इस ख़त की ज़िम्मेदारी लेने से मना कर दिया और अंत में उसे बरी कर दिया गया | इस ख़त की सच्चाई आज भी पता नहीं चली |
३ मार्च २००७ को क्रॉनिकल को १९९० में यूरेका से भेजा गया एक अमेरिकन ग्रीटिंग्स क्रिसमस कार्ड उनके चित्रों की फाइलों में संपादकीय सहायक डेनियल किंग को मिला | उस लिफाफे के साथ था एक चुम्बकीय की चैन पर दो यु एस पोस्टल चाबियों का चित्र था | उस लिफाफे पर लिखी लिखावट जोडिएक से मिलती थी पर बाद में इस बात को फोरेंसिक दस्तावेज परीक्षक लॉयड कनिंघम ने ख़ारिज कर दिया | लिफाफे पर कोई वापसी का पता नहीं था और ना ही उसका पार चक्र का निशान | कार्ड स्वयं ही बिना किसी निशान के था | क्रॉनिकल ने ये सारा सामान वल्लेजो पुलिस विभाग को और विश्लेषण के लिए सौंप दिया |