डेनियल दुन्ग्लास होम १९ शताब्दी के सबसे प्रसिद्द माध्यम थे | हालाँकि उनका नाम आजकल इतना जाना पहचाना नहीं है लेकिन उन्होनें श्रोताओं , दोस्तों , राज्यों के प्रमुख और कई अमीर और मशहूर लोगों को असाधारण कारनामों और उत्तोलन कर हैरान कर दिया | उनकी ये नामुमकीन शक्तियां कई लोगों को जिनमें कई वैज्ञानिक और पत्रकार भी शामिल थे को सकते में डाल देती थी |

क्या वाकई डी .डी होम सच में अद्भुद शक्तियों का मालिक था ?

या फिर वह सिर्फ अपने समय से आगे का जादूगर था जो अपनी हाथ की सफाई से नजदीकी दर्शकों को भी बेवक़ूफ़ बना देता था ? हालाँकि उनके समसामयिक लोगों में कई ऐसे संदेहवादी थे जो उन्हें चालाक और झूठा बताते थे , वह कभी ये साबित नहीं कर पाए की वह अपने ये अद्भुद कारनामे कैसे करता है |

आजतक होम को लेकर काफी रहस्य बना हुआ है |

 

एक बहुरूपी बालक

होम ( "हुम" उच्चारण) का जन्म १८३३ में कर्री स्कॉटलैंड में हुआ | काफी ऐसे लोगों के जैसे जो "शो बिज़नस" में बने रहने क लिय जनता का ध्यान आकर्षित करते हैं , वैसे ही होम ने अपनी शुरुआती ज़िंदगी और पैदायेश के बारे में काफी बड़ा चड़ा कर झूठ बोला था | मसलन उनका नाम डेनियल होम था और उन्होनें दुन्ग्लास नाम ऐसे ही जोड़ लिया | हांलाकि वह कहते थे की उनक पिता स्कॉटलैंड के दसवे अर्ल के नाजायज़ बेटे थे हकीक़त में उनके पिता एक साधारण मजदूर थे और लोगों के मुताबिक एक शराबी भी | छोटे पर ही उनकी आंट ने उन्हें गोद ले लिया था और वह अमेरिका आगये जहाँ उनका परिवार कनेक्टिकट में बस गया |

होम ने अपन बचपन के बारे में कई कहानियां बनायीं |

वह कहते थे की किशोरावस्था में ही उन्हें आगाज़ होने लगे थे | १७ साल की उम्र में जब वह कमरे में प्रवेश करते थे तो अदभुद घटनाएं होने लगती थीं ; रहसयमयी सी आवाजें सुनायी देती और सामान अपने आप हिलने लगता | क्या ये कहानियां होम ने अपने रहस्यमय व्यक्तित्व को निखारने के लिए बनाई थी या फिर वाकई में ये उस प्रतिभा के शुरुआती लक्षण थे जिसको होम बाद में नियंत्रित नहीं कर पायंगे ?

हालाँकि औपचारिक तौर पर उनकी शिक्षा पूर्ण नहीं थे फिर भी होम समझदारी से कई विविध विषयों पर बात कर सकते थे , पियानो बजा सकते थे और उनके व्यक्तित्व में एक सहज आकर्षण और बुद्धिमता थी जो उनके "पेशेवर घर मेहमान" के व्यवसाय को आसान बना देता है | माध्यम की तरह उनकी शुरुआती प्रतिष्ठा उनके इज्लासों की वजह से , जिनके भागकर्ता उन्हें अद्भुद बताते थे और उनकी पेशनीगोई और उपचार की स्पष्ट शक्तियों की वजह से बनी |

 

अदभुद करतब

अपने विवादास्पद कैरियर के दौरान ये कुछ करतब हैं जो डी डी होम ने पूरी दुनिया में प्रदर्शित किये :

  • एक खूब रौशनी वाले कमरे में हार्वर्ड के प्रोफेसर डेविड वेल्स और तीन अन्य अध्यात्मवादी जांचकर्ताओं के सामने होम ने एक टेबल को सब जगह घुमाया जबकि वह उसके पास भी नही खड़े थे | उस टेबल को रोकने के लिए दो गवाहों को अपनी सारी ताकत लगानी पडी | छोड़ने पर टेबल कुछ क्षणों के लिए हवा में उठ गयी | जब वेल्स और दो अन्य लोग टेबल पर बेठे तो भी वह झूलती रही| उनके पास इस अनुभव की कोई वैज्ञानिक व्याख्या नहीं थी |
  • १८५२ में होम ने सबसे पहले आत्म उत्तोलन का प्रदर्शन किया | गवाह हैरानी से देखते रहे जब वह ज़मीन से एक फूट या उससे ज्यादा ऊपर उठ गए | जब उन्होनें होम को नीचे लाना चाहा, तो वह भी ज़मीन से उठ गए |
  • इजलास के दौरान वह आत्मी हाथ प्रकट कर देते थे , जिनका एहसास दर्शकों को भी महसूस होता था | १८५७ में उन्होनें नापोलियन III और उनकी रानी यूजीन के लिए इजलास आयोजित किया | रानी ने एक आत्मी हाथ को महसूस किया जो उनके मरे हुए पिता का था - क्यूंकि उसकी एक ऊँगली में वही विकृति थे जो उनके पिता के हाथ में थी |
  • वह अपने शरीर को ११ इंच तक लम्बा कर सकते थे |
  • जुलाई १८६८ के  एक इजलास में एक मेज़बान के घर के साधारण रूप से रोशन कमरे में , उनकी वृद्ध माँ उस कुर्सी से जिस में वो बैठी थीं उत्तोलित हो गयीं |
  • दिसम्बर १८६८ में होम ने अपना सबसे प्रसिद्ध तमाशा दिखाया | अपने लन्दन के घर में उन्होनें तीन इज्ज़तदार आदमियों के लिए इजलास रखा | कुछ पारंपरिक "आत्मा दर्शन" के बाद होम कमरे में घूमने लगे | गवाहों के मुताबिक उनका शरीर लम्बा हो गया और वह ज़मीन से ऊपर उठ गए | धरती पर वापस आ वह बगल के कमरे में गए | आदमियों ने उस कमरे की खिड़की को खुलते सुना और थोड़ी ही देर बाद उन्होनें होम को अपनी खिड़की के बाहर हवा में उड़ते देखा | वह मकान तीन माले ऊपर था | होम ने बाहर से खिड़की खोली और " कमरे में पहले पैर रख अन्दर आये और बैठ गए "
  • १८७१ मं होम को विलियम क्रूकेस एक प्रतिष्ठित भौतिक विज्ञानी और रॉयल सोसाइटी के सदस्य ने परीक्षित किया | अपने द्वारा बनाये गए वज़्नों से क्रूकेस ने कोशिश की होम के हाथ से निकल रहे "ताक़त या बल" को मापने की | क्रूकेस ने तीन चौथाई पौंड के बराबर का बल माप किया और इसकी कोई वजह नहीं बता सके | क्रूकेस ने होम की उत्तालन भी देखी थी जो उन्होनें लिखा "उनकी सबसे मज़बूत वैज्ञानिक विचारधारा" को चुनौती देती है |
  • एक प्रदर्शन जो उन्होनें बहुत बार किया था वह था होम द्वारा जलते अंगारे अपने नंगे हाथों मैं पकड़ लेना | वह कई बार आग में अपना चेहरा और हाथ ऐसे डाल लेते थे जैसे " पानी में नहा रहे हो" | उनकी त्वचा पर उसके बाद घावों के कोई निशान नहीं दिखते थे |

 

हौदिनी द्वारा चुनौती

होम ने बहुत लोगों को हैरान किया लेकिन सब को नहीं | हैरी हौदिनी जो आध्यात्मिकों और इज्लासियों को झूठा साबित करने के लिए माने जाते थे उन्होनें होम को धोकेबाज़ बताया और दावा किया की वह होम के उत्तालन की नक़ल कर सकते हैं -हालाँकि ऐसा उन्होनें कभी नहीं किया | वैसे तो कई संदेह्वादियों को पूरा यकीन था की होम के प्रदर्शन झूठे हैं फिर भी होम अपने १५०० इज्लासों में से एक में भी कोई भी धोखा या झूठ का प्रदर्शन करते हुए नहीं पकडे गए |

इस तथ्य ने ही उनको काफी प्रसिद्धि दिला दी|

तो जहाँ तर्क कहता की होम एक बहुत प्रतिभाशाली जादूगर और बाज़ीगर थे - शायद आजकल के बाजीगर के बराबर के - ये बात कभी साबित नहीं हो पायी | और क्यूंकि उनके सारे करतब सब गवाहों के  सामने दिन की रौशनी में होते थे -होम को हम या तो अब तक का सबसे बेहतरीन जादूगर मान सकते हैं ... या फिर एक असाधारण, अस्पष्टीकृत शक्तियों वाला माध्यम |

इससे एक दिलचस्प सच सामने आता है की अगर हम माने की होम की शक्तियां अलौकिक नहीं थी : अगर होम ने अपने आपको एक माध्यम से ज्यादा जादूगर की तरह प्रदर्शित किया होता , तो उनको प्रसिद्द हुदिनी से ज्यादा रौब से देखा और याद किया जाता |

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