ऑफलाइन सन्देश
अपने कंप्यूटर को बंद करते हुए माइकल नोट को बड़ी ध्यान से देख रहा था , उसका दिमाग बड़ी तेज़ी से घूम रहा था | लिंडा से ऑनलाइन बात करे हुए उसे १ महिना हो गया था और अब उससे समझ आ गया था की वो उसे पसंद नहीं करती थी | पर अब एक सन्देश उसका इंतज़ार कर रहा था लेकिन उसने तो लिंडा के इलावा किसी को संपर्क नहीं किया था ? क्या वो लिंडा का सन्देश था ?
लिंडा वो पहली शक्स नहीं थी जिसने माइकल से बात करना बंद कर दिया था | दरअसल जबसे माइकल ने ये इन्टरनेट पर डेटिंग शुरू किया था उसे हर बार निराशा का सामना करना पड़ा था | पांच बार उसने ऐसी लड़कियों को संपर्क किया था जो उसे अपने लिए बिलकुल उपयुक्त लगती थीं और पांचो बार उन लडकीयों ने उससे कई हफ़्तों तक बात करने के बाद अचानक ही बात करना छोड़ दिया | वो भी शांति से सब ख़तम नहीं हुआ | सब सही चल रहा होता था और अचानक ही सन्देश आने बंद हो जाते थे | माइकल सन्देश भेजता रहता पर उनको या तो हटा दिया जाता या फिर अनदेखा कर दिया जाता | एक मिनट वो इस बात को लेकर खुश होता की उसे अपनी पसंद की लड़की मिल गयी और दुसरे ही पल उसे एहसास होता की उसे फिर धोका दे दिया गया है |
पर हो सकता है की लिंडा के पास बात न कर पाने की कोई मज़बूत वजह होगी ? शायद वो एक महीने के लिए शहर से बाहर गयी हो और उससे संपर्क नहीं कर पा रही हो ? और हो सकता है की उसने ये सन्देश भेजा हो की ; माफ़ करना में बाहर गयी थी , मुझे तुम्हारी वहां बहुत याद आई | चलो अब मिलकर बात को आगे बढ़ाते हैं लिंडा |
उन दोनों ने एक दुसरे से मिलने की बात की थी और कुछ भी पुक्का नहीं हो पाया था | अब लेकिन उसकी उम्मीदें थोड़ी बढ़ गयीं थीं |
माइकल ने सन्देश को खोला , यह सन्देश लिंडा का नहीं था | उसके बजाय वहां एक खाली ब्रा और पैंटीज पहने एक खूबसूरत लड़की की तस्वीर थी | उसके चेहरे पर मुस्कराहट थी | तस्वीर के पास एक सन्देश था | हे माइकल ; मेने तुम्हारा प्रोफाइल याहू पर्सनल्स पर देखा और मुझे तुम बहुत बहुत अच्छे लगे | अक्सर में किसी को पहला सन्देश नहीं भेजती हूँ पर तुम्हें देख मुझसे रहा नहीं गया | आशा है तुम्हें मेरी तस्वीर पसंद आयेगी | अगर तुम बात को आगे बढ़ाना चाहते हो तो लिखना | बहुत प्यार और किस मिशेल|
उसकी उँगलियाँ बहुत देर तक कीबोर्ड पर घूमती रहीं लेकिन वो कुछ लिख नहीं पाया | किसी भी लड़की ने उसे अपनी तरफ से सन्देश नहीं किया था | इसका मतलब ये है की इस बार कुछ अलग बात है | ये ज़ाहिर था की वह उसे बहुत पसंद करती थी इसलिए अपनी तरफ से कभी बातचीत बंद नहीं करेगी | यही वो चीज़ थी जो हासिल करने के लिए उसने अपनी तसवीरें ऑनलाइन डालीं थीं | आखिर में उसे कोई मिल ही गया था |
नैंसी थुरमन अपने बेटे के अचानक से बदले खुशमिजाज़ रवय्ये से हैरान थीं | पिछले कई दिनों से वो बहुत परेशान था और अपने कमरे में ही बंद बना रहता था | पूछताछ करने से भी कुछ हासिल नहीं होता था पर उसे ये पता था की ये किसी लड़की का चक्कर है | बीच में उसे लगा की माइकल का कंप्यूटर हटा देने से वह कमरे से बाहर आने लग जाएगा | लेकिन उसके पति ने इस विचार को ख़ारिज कर दिया | माइकल २२ साल का था और उसने वो कंप्यूटर खुद खरीदा था | नैंसी का मन तो नहीं मान रहा था फिर भी उसने पति की इज्ज़त करते हुए अपने इरादे को बदल दिया | उसने तब भी उन सवालों के जवाब नहीं मांगे जब माइकल के लिए किसी आपतिजनक नाम के कपड़ों की दुकान से एक बड़ा सा डब्बा डाक में आया |
अब नाश्ते के वक़्त उसके पास और सवाल थे पर इस बार वो ये जानने के लिए थे किस चीज़ की वजह से माइकल में ये बदलाव आया है |
मुझे एक लड़की का सन्देश आया है , जो यहीं की रहने वाली है | उसने मेरी तस्वीर और प्रोफाइल देखा है और वह सच में मुझसे दोस्ती करना चाहती है |
उसकी ख़ुशी साफ़ झलक रही थी और नैंसी इस बात से काफी खुश थी | लेकिन उसके मन में थोडा सा डर भी था | वह इन्टरनेट पर लोगों के विचार से सहमत नहीं थी | इसमें कुछ तो ऐसी बात थी जो उसे ठीक नहीं लगती थी | असल लोगों से मिलना उसे ज्यादा ठीक लगता था नाकि कंप्यूटर के माध्यम से |
ये तो बहुत ही ख़ुशी की बात है , नैंसी ने कहा | फिर वह थोडा सा झिझक कर बोली "तुम्हें पूरा यकीन है की वो असल में है ? ये सही नहीं लग रहा है | मेरा मतलब कोई तुम्हें चोट पहुँचाने की कोशिश तो नहीं कर रहा है |
नैंसी की ख़ुशी के साथ थोड़ी निराशा भी मिल गयी | माँ ; माइकल ने कहा " में आपको कितनी बार बताऊँ की वहां पर सब पागल लोग ही नहीं बैठे हैं | इन्टरनेट दूरियां कम करने का एक और तरीका है | वह ऐसा है जैसे किसी ऐसे क्लब में जाना जहाँ मालूम है की हर कोई किसी न किसी को ढूँढ रहा है |
नैंसी ने ये जवाब पहले भी सुना था पर उसे ये ठीक नहीं लगता था | इन्टरनेट एक बहुत गन्दी जगह थी जहाँ किसी को भी ख़ुशी मिल पाना बहुत मुश्किल था | अगर उन लड़कियों को असल की दुनिया में कोई लड़का नहीं मिला था तो उनमें ज़रूर कुछ कमी थी |
रात के ९ बज गए थे और अभी तक उसके सन्देश का कोई जवाब नहीं आया था और अब उसका दिल घबराने लगा था | उसने अपने मन को समझाया की चिंता करना बेवकूफी है क्यूंकि हर किसी के पास उसकी तरह 24 घंटे और सातों दिन इन्टरनेट की सुविधा नहीं होती है पर उससे उसका मन शांत नहीं हुआ |
दो घंटे हो गए फिर भी कोई जवाब नहीं आया | माइकल अपनी बेंच पर इंस्टेंट मैसेंजर खोले इंतज़ार करता रहा | उसका मैसेंजर उसे बता देगा जब कोई ईमेल आएगा और उसे और मिशेल को इन्टरनेट पर बात करने का मौका मिलेगा |
एक और घंटा बिना सन्देश के बीत गया | इस बीच माइकल ने अपनी कुर्सी घुमा ली टीवी देखने के लिए | लेकिन उसका मन कहीं और कहाँ लगने वाला था | हर एक पल जो गुज़रता था वह उसे उस पल की तरफ ले जा रहा था जब उसे वो सुन्दर आवाज़ सुनने को मिलेगी – वो सुन्दर आवाज़ जो उसके कंप्यूटर स्पीकर्स से आती थी जब कोई नयी ईमेल आती है |
वह आवाज़ नहीं आई |
पल मिनटों में बदले और मिनट घंटों में और आखिर में माइकल से और बर्दाश्त नहीं हुआ | वह और जग कर मिशेल का इंतज़ार नहीं कर सकता था |
२ ऑफलाइन मैसेजस
माइकल ने कंप्यूटर स्क्रीन की तरफ ध्यान से देखा | वो सन्देश उसके बंद करने के १० मिनट बाद आया था | अगर वो जगता रहता तो उसे मिशेल से बात करने का मौका मिल जाता | उसने पहले सन्देश को खोला |
माइकल तुम वहां हो ?हेल्लो माइकल ? शायद नहीं ? में थोड़ी देर बाद फिर आऊँगी मिशेल
सन्देश के बगल में मिशेल की तस्वीर थी |माइकल ने कुछ पलों के लिए उसकी तस्वीर को देखा |अगर वो स्क्रीन पर इतनी खूबसूरत लगती है तो हकीक़त में कितनी ख़ूबसूरत होगी | वह अंदाज़ा भी नहीं लगा सकता था |
दूसरा सन्देश २० मिनट बाद आया था |
शायद तुम आज नहीं आ रहे हो | मुझे ख़ुशी है तुम्हें मेरी तस्वीर अच्छी लगी | में तुमसे बात करने का और ... इंतज़ार नहीं कर सकती | हमें कभी मिलना चाहिए , में तुमसे ज़रूर मिलना चाहूंगी | जल्द ही मिलेंगे मिशेल
पीएस अगर तुम्हें वो तसवीरें पसंद आयीं तो मेरे पास और तसवीरें हैं जो तुम्हें बहुत खुश करेंगी |
माइकल ने जल्द ही जवाब लिखा , मुझे माफ़ कर देना में उस वक़्त था नहीं | कल में थोडा जल्दी सो गया था | क्या तुम हमेशा उस वक़्त मिलोगी , मुझे बताना | खैर हम लोग इतना पास रहते हैं की आसानी से मिल सकते हैं | क्या तुम्हें बॉर्डर्स जाना अच्छा लगता है | वो मिलने की अच्छी जगह है , तुम चाहो तो में तुम्हें वहां एक लैटे पिला सकता हूँ | आशा करता हूँ तुमसे जल्द ही बात होगी |
पीएस – मैं तुम्हारी बाकी तसवीरें भी देखना चाहूँगा |
ये तो बहुत बुरा है नैंसी ने माइकल के प्लेट पर अंडे डालते हुए कहा "तुम्हें उससे बात करने का एक वक़्त तय करना चाहिए और तुम्हें उसे बताना चाहिए की तुम्हें रात को देर तक जागना पसंद नहीं" |
माइकल ने कंधे उचका के कहा "मुझे देर रात तक जागने में कोई तकलीफ नहीं है | अगर मुझे पता होता की वो २:३० बजे आयेगी तो में तब तक जगता रहता |
२ :३० ? नैंसी को एहसास नहीं था की माइकल भी इतनी देर तक जग रहा था | पर वो ०२:३० पर कंप्यूटर पर क्या कर रही थी |
"मुझे नहीं पता | कई लोग देर रात ही इन्टरनेट पर काम करते हैं" ऐसा कह कर वो अंडे खाने लगा |
"फिर भी ०२:३० बहुत लेट है | उसी वक़्त शायद सारे गुनहगार बाहर निकलते हैं" | उसने माइकल का गिलास ले उसमें ऑरेंज जूस भर दिया |
"असल में गुनहगार सुबह के वक़्त सक्रीय होते हैं क्यूंकि उन्हें उस वक़्त बच्चों से बात करने का मौका मिल जाता है | इन्टरनेट पर रात में जाने में खतरा कम है"
नैंसी को ये बात अच्छे नहीं लगी की माइकल को यह जानकारी थी | उसने सोचा की काश ये सिर्फ एक मत हो और इसमें कोई सच्चाई नहीं हो |
"तुम्हें कुछ और चाहिए"
नहीं शुक्रिया
ऑफलाइन सन्देश
माइकल ने जगे रहने की बहुत कोशिश की पर कोई फायदा नहीं हुआ | वह १० बजके २० मिनट पर सो गया मिशेल के आने से पूरे २ घंटे पहले |
में भी मिलना चाहती हूँ और मुझे बॉर्डर्स पसंद है | तुम चाहो तो कल दिन में कभी वहां जा सकते हैं | मुझे बता देना | मुझे नहीं पता में कब ऑनलाइन आ पाऊँगी | तो फिर कल मिलते हैं |
पी एस – यह रही वो तसवीरें जिन्हें देने का मेने वादा किया था |
माइकल ने तस्वीरों को खोला ओ उनके डाउनलोड होने का इंतज़ार करने लगा | पहली तस्वीर खुली , वह मिशेल की गर्दन से नीचे की तस्वीर थी | उसने कुछ भी नहीं पहना हुआ था | उसका शरीर बहुत खूबसूरत था | दूसरी तस्वीर में उसने स्कर्ट और ब्लाउज पहने थे लेकिन ब्लाउज के बटन खुले और स्कर्ट उठी हुई थी | ये पहले वाली तस्वीर से भी ज्यादा खूबसूरत थी और किस भी लड़के की नज़र अपनी तरफ आकर्षित कर सकती थी |
उसके निचले हिस्सों में हरकत हुई | माइकल ने नीचे हाथ डाल अपने पेंट की ज़िप खोल दी| पांच मिनट बाद वह एक नए जोड़ी कपडे बिस्तर पर निकल नहाने के लिए बाथरूम गया | नहाते वक़्त उसके मन में ख्याल आया : अगर में उसकी तस्वीरों से इतना उत्तेजित हो गया हूँ तो जब हम अकेले में साथ होंगे तो क्या होगा |
ऑफलाइन सन्देश
सुबह के ०५:३० बजे थे | एक बार फिर माइकल ने जागने की कोशिश की थी पर वो इसमें नाकामयाब रहा था | एक बार वो सुबह उठ गया तो दोपहर में मिशेल से मिलने के ख्याल से वह दुबारा नहीं सो सका |
उससे एक दिन पहले उसने मिशेल को जवाब लिखा था : क्या २ बजे ठीक समय है ? में कॉफ़ी क्षेत्र में तुम्हारा इंतज़ार करूंगा | वो तसवीरें बहुत खूबसूरत थीं | तुम्हें असली में देखने का में इंतज़ार नहीं कर सकता | ये तसवीरें और खूबसूरत लगतीं अगर तुम्हारा चेहरा उनमें शामिल होता | तुम बहुत खूबसूरत हो | क्या तुम्हारे पास ऐसी कोई तसवीरें हैं जिनमे तुम्हारा चेहरा शामिल हो ? दो बजे मिलते हैं |
माइकल २ बजे बिलकुल सही वक़्त है | में आ जाओंगी , मेरे पास अपने चेहरे की भी तसवीरें पर उनमे से कोई भी बिना कपड़ों की नहीं है | मुझे चेहरे के साथ बिना कपड़ों की तसवीरें दिखाना अच्छा नहीं लगता | ये थोड़ी सी और तसवीरें है , मिशेल
माइकल ने तस्वीरों पर नज़र डाली | इनमें मिशेल अलग अलग कपड़ों में थी ज़्यादातर अन्दर के कपड़ों में थीं और कुछ कल्पना वेशभूषा में थी | हर तस्वीर पिछली तस्वीर से ज्यादा उत्तेजक थी और उसे ये तसवीरें मिशेल की बिना कपड़ों की तस्वीरों से ज्यादा अच्छी लगीं | इस बात का ख्याल ही की इन कपड़ों के नीचे क्या है उसकी काम वासना को जागृत कर रहा था |
नैंसी माइकल के लिए खुश थी पर उसे थोड़ी चिंता भी थी | उसने पहले कभी किसी से इन्टरनेट पर बात कर मुलाकात नहीं की थी और वह ये उम्मीद कर रही थी की सब ठीक हो | ये डर की यह कोई वृद्ध आदमी है जो एक २० साल के लड़के को अपना शिकार बनाना चाहते है उसको अन्दर से खाए जा रहा था | वह चाह रही थी की माइकल लड़कियों को उनसे हकीकत में बात करके ढूँढ पाता |
चिंता मत करो सब ठीक होगा
ऐसा सोचने के बाद नैंसी ने कुछ गहरी सांसें लीं और किचन साफ़ करने लगी | ऐसा करते वक़्त नैंसी का ध्यान माइकल की नयी गर्लफ्रेंड(या जो भी है ) की तरफ गया | वो कैसी दिखती है ?
उसने अपनी जिज्ञासा को काबू में करने की कोशिश की पर असफल रही और उसके बेडरूम की और बढ़ने लगी |
माइकल इतना चिंतित था की उससे बैठा भी नहीं जा रहा था | उसके बजाय वो बॉर्डर्स के कैफ़े क्षेत्र में चहल कदमी करने लगा लेकिन उसकी नज़र दरवाज़े पर ही टिकी थी |
वह मिलने के वक़्त से १० मिनट पहले पहुँच गया था | ये बात 15 मिनट पहले की थी अब उसे 5 पांच मिनट की देरी हो गयी थी | निकलने वाला हर क्षण उसे डरा रहा था | क्या होगा अगर वो नहीं आई तो ?
माइकल ने उठाई हुई एक पत्रिका में ध्यान लगाने की कोशिश की | उसमें नयी हैरी पॉटर की मूवी जो की कुछ हफ्ते पहले ही प्रदर्शित हुई थी के बारे में लेख लिखा था |
माइकल ने अपनी माँ के साथ वह मूवी देखी थी | दोनों ने ही उस का बहुत आनंद उठाया | लेकिन उसके साथ ही माइकल को थोड़ी सी निराशा भी हुई क्यूंकि वह ये मूवी लिंडा के साथ देखना चाहता था | वह पहली बार होता की उसने कोई मूवी अपनी माँ के इलावा किसी और औरत के साथ देखी थी |
क्या पता अगली मूवी वो मिशेल के साथ देखेगा ?
नैंसी को अपने बेटे के कमरे में घुसे हुए काफी अरसा बीत गया था | जब वह १८ साल का हो गया तो नैंसी के पति ने कहा की अब वो बड़ा हो गया है उसे उसका एकांत मिलना चाहिए और इसलिए वो बिना उसकी मर्ज़ी के अन्दर न जाए | पर अभी उसे कोई चिंता नहीं थी , वह बहुत उत्सुक थी | और ये उसका घर था ,वह उसके किसी भी कमरे में जा सकती थी |
इतने सालों में काफी कुछ बदल गया था और ज़्यादातर बदलाव कंप्यूटर के आस पास किये गए थे |
नैंसी के पास कंप्यूटर और एलेक्टोनिक उपकरणों की ज्यादा समझ नहीं थी | उसे तो जब तक माइकल ने नहीं बताया ये भी समझ में नहीं आया की जो डिजिटल कैमरा क्रिसमस के लिए माइकल ने माँगा था वो कैसे काम करता है | अब वो उस डिजिटल कैमरा को देखने लगी | माइकल ने उसको ऐसे लगाया था की उसमें से टाइमर के साथ तस्वीर खींची जा सके | ये उसे चिंताजनक लगा | ऐसी कौनसी तसवीरें वो खींच रहा था जो वो नहीं चाहता था की उसकी माँ देखे और उसके लिए इंसान के बजाय टाइमर से तस्वीर लेने की क्या ज़रुरत थी |
उसने उस ख्याल को अनदेखा किया और कंप्यूटर की तरफ को बड़ी | एक स्क्रीन सेवर सामने दिखाई पड़रहा था | उसने माउस को हिलाया तो स्क्रीन सेवर गायब हो गया |
नैंसी ने इससे पहले माइकल का डेस्कटॉप नहीं देखा था | वहां पर ज्यादा कुछ नहीं था | एक इन्टरनेट पर जाने के लिए आइकॉन बना था , नैंसी ने उसको खोलना चाहा तो एक पासवर्ड की खिड़की सामने आई और वह उसे समझ नहीं पायी |
इन्टरनेट के नीचे एक छोटा सा फोल्डर था | उसका नाम एम्आईएससी डाला गया था | नैंसी ने उसको खोला तो स्क्रीन पर कई सारे फोल्डर खुल गए | नैंसी ने हर को पड़ा लेकिन कोई भी अलग सा नहीं था | यूँ ही वो इधर उधर फोल्डर खोलने लगी | काफी सारे खाली थे | वह सोच में पड़ गयी की एम्आईएससी फोल्डर में इतने सारे खाली फोल्डर क्यूँ थे |
उसने एक फोल्डर पर क्लिक किया तो वो ऐसे पेज पर गया जहाँ और बहुत सारे फोल्डर थे | इस बार नाम कुछ जाने पहचाने से लग रहे थे | उसने उनको जांचना शुरू किया ,तो एक फोल्डर पर उसकी नज़र पडी | उस फोल्डर का नाम था मिशेल की तसवीरें |
नैंसी ने उस फोल्डर को खोला | फोल्डर खुलते ही उसकी चीख निकल गयी |
माइकल के आंसू थम नहीं रहे थे | कहीं मन में उसे मालूम था की ऐसा ही कुछ होगा | उसमें कुछ ऐसा था जिस वजह से उसके साथ ऐसा होता था | कोई भी लड़की उससे मिलने को तैयार नहीं होती थी | वह सब उसे अतिरिक्त ख़ुशी के पल तक छेड़ती थीं और फिर उसे छोड़ देती थीं | ये बहुत ही गलत था |
उसने अपनी गाड़ी चालू की लेकिन उसे आगे नहीं बड़ा पाया | कुछ अच्छा उसके लिए घर पर इंतज़ार नहीं कर रहा था | उसके लिए कहीं भी कुछ अच्छा इंतज़ार नहीं कर रहा था |
उसके मन में एक गाड़ी जो ९० मील की गति से चल रही हो उसके एक ईंटो की दिवार में घुसने की तस्वीर जागृत हुई | चालक को कुछ महसूस नहीं होगा खास तौर से अगर उसने सीट बेल्ट नहीं लगायी हो |
अगर किसी ने उसे ऐसा करने से रोका तो वो था ये ख्याल की शायद मिशेल को कुछ हो गया हो | शायद वो आना चाहती हो पर उसकी गाड़ी नहीं चली हो ? आखिरकार उसने पहल की थी | शायद वो सिर्फ उसे छेड़ नहीं रही थी |
उसने घर जाकर पता लगाने का फैसला किया |
"अभी इसी वक़्त घर आओ" नैंसी ने अपने पति के जल्दी घर ना आ पाने की दलील को सुनकर कहा | " ये एक भारी संकट है"
जवाब सुने बिना ही फ़ोन काट दिया | उसकी नज़र दुबारा कंप्यूटर के स्क्रीन की तरफ गयी | फोन करते वक़्त स्क्रीन सेवर वापस से आ गया था | वह थोड़ी झिझकी | कीबोर्ड पर एक हाथ लगाते ही वो मिशेल की तसवीरें फिर से सामने आ जायेंगी | वह उन्हें दुबारा नहीं देखना चाहती थी | वह फिर कभी माइकल को लड़कियों के कपड़ों में नहीं देखना चाहती थी |