२७ नवम्बर १९८५ को 12 साल की मार्था जीन लैबर्ट अपने संत ऍगस्टीन , फ्लोरिडा के घर के पास से गायब हो गयी | ७ कक्षा में पढने वाली मार्था फिर दुबारा नहीं देखी गयी | बिना किसी शव , सबूत , और संदिग्धों के सेंट जॉन्स काउंटी शेरिफ विभाग के लोग इस गुमशुदगी को लेकर परेशानी में आ गए |
अगले 25 साल तक ये केस एक रहस्य बना रहा , और अंत में डिटेक्टिव सीन एम् टिके और होवार्ड स्किप कोल ने इसको एक और बार जांचने का फैसला किया | मार्था के पुराने निवास स्थान को जांचने और दोस्तों और रिश्तेदारों से बात करने के बाद डिटेक्टिव ने गायब लड़की के भाई , जो मार्था से दो साल बड़ा था , उस पर अपनी नज़र डाली | डिटेक्टिव टिके ने बड़ी चालाकी से डेविड लैबर्ट (जो अब ३० साल का था ) से लड़की की तस्वीर सामने रख पूछताछ करनी शुरू की | २० घंटे की पूछताछ के बाद जो सच सामने आया वह बेहद भयानक था |
१९८५ की उस रात मार्था और उसका भाई फ्लोरिडा मेमोरियल कॉलेज के मलबे में खेलने गए , जैसा वो अक्सर किया करते थे | डेविड ने मार्था को दुकान जाने के लिए पैसे दिए और जब उसने और पैसे मांगने पर मना किया तो मार्था ने उसको घूँसा मारा | गुस्से में डेविड ने अपनी बहन को धक्का दिया जिससे वह पीछे को एक बाहर को निकली कील पर गिर गयी और वह कील उसके सर के आर पार हो गयी | घबरा कर उसने शव को वहीँ दफना दिया और दो दशकों से इस राज़ को अपने अंदर दबा दिया |
अपनी हदों के चलते और अन्य कारकों की वजह से भी पुलिस ने डेविड लैबर्ट को गिरफ्तार नहीं किया | उस क्षेत्र में हो रहे निर्माण के चलते मार्था के अवशेष कभी मिले नहीं , तो इसिलए हमें कभी पता नहीं चलेगा की डेविड की कहानी सच थी की नहीं |