अक्टूबर १९५५ में तीन लड़कों – जॉन स्चुएस्स्लेर १३ , उसका भाई अन्तोन ११ और रोबर्ट पीटरसन के नग्न शव – कुक काउंटी फारेस्ट प्रेसेर्व में मिले | लड़कों को गला घोंट मारने से पहले उनके साथ योन शोषण किया गया था |
39 साल बाद १९९४ में केनेथ हंसेन को आगज़नी के शक में गिरफ्तार किया | हंसेन को १९५५ के कत्लों के लिए १९९५ तक दोषी नहीं माना गया जब वकीलों ने सबूत दिए की हंसेन जो उस वक़्त २२ का था उसने उन तीन लड़कों को उठाया था और जंगल में अपने घृणित गुनाह को करने के लिए ले गया था |
कहानी यहाँ ख़तम नहीं हुई | हंसेन की सजा को 5 साल बाद रद्द कर दिया गया था क्यूंकि इस गवाही को – की वह गे है और अक्सर किशोर लड़कों की तलाश में रहता था – वाजिब नहीं माना गया | उसी साल दुबारा मुकदमा चला और दो घंटे की बहस के बाद ही दूसरी ज्यूरी ने फिर उसे दोषी पाया | उसे जेल में ३०० साल की सजा हुई |
हंसेन की जेल में २००७ में मृत्यु हो गयी , हांलाकि काफी लोगों को अभी भी शक था की दो बार दोषी पाया गया इन्सान ही असल में कातिल था | बचाव पक्ष के पास एक और आदमी का बयान था पर उस सबूत को वाजिब नहीं माना गया |