सच हमेशा इतना भयानक नहीं होता जैसा दिखता है | जब पामेला जैक्सन और चेरिल मिलर १९७१ में एक पार्टी में जाते वक़्त गायब हो गयीं तो सब लोगों को लगा की उनके साथ कुछ अनहोनी हो गयी है | पर २०१४ में पास के ब्रुले क्रीक का पानी का स्तर गिर गया जिससे उनकी गाड़ी पानी में मिली | उनकी मौत में न शराब न किसी गलत हरकत की कोई भूमिका थी | वह सिर्फ एक कार दुर्घटना थी |
इस केस की सबसे बुरी बात है की एक आदमी जिसने ये गुनाह नहीं किया था उसे करीब एक दशक जेल में बिताना पड़ा क्यूंकि जेल के एक जासूस ने उसका एक झूठा बयान सामने रख दिया था | उस जासूस ने एक टेप दी थी जिसमें डेविड ल्य्क्केन दोनों लड़कियों को मारने की बात कह रहा है , पर वह ल्य्क्केन की आवाज़ नहीं लग रही थी |
ल्य्क्केन को छोड़ दिया गया है और अब वह राज्य के विरुद्ध $४००००० का मुकदमा लड़ रहा है|