संभाजी भोंसले छत्रपति शिवाजी के सबसे बड़े बेटे थे | संभाजी ने शिवाजी के बाद रियासत की बागडोर संभाली | उनके शासन काल में मराठा साम्राज्य और मुग़ल सल्तनत के बीच जंग चलती रही |संभाजी का विवाह राजनितिक गठजोड़ के तहत जिवुबाई के साथ हुआ | इस विवाह से शिवाजी को कोंकण तटीय क्षेत्र की पहुँच हासिल हो गयी | १६८७ में वी की लड़ाई के बाद मराठा सेना को मुग़ल सेना से भरी क्षति पहुंची |

उनके सेनापति हमिब्राव मोहिते की मौत हो गयी और सैनिक  मराठा सेना का साथ छोड़ने लगे | संबाजी के स्थान पर शिर्के गुट(मुघलों के साथी)  के मराठों की नज़र पड़ी | संभाजी और उनके 25 सलाहकारों को मुक़र्राब खान के मुग़ल सैनिकों ने फेब्रुअरी १६८९ में एक मुठभेड़ के बाद बंदी बना लिया | कैद किये गए संभाजी और कवी कलश को बहादुरगढ़ ले जाया गया जहाँ औरंगजेब ने उन्हें मसखरे के कपडे पहना बेईज्ज़त किया | मुग़ल सूत्रों के मुताबिक संभाजी से उसके किले , संपत्ति सब त्यागने को कहा गया तो उसने बादशाह और इस्लाम के धर्म की बेईज्ज़ती कर अपना भाग्य खुद निश्चित कर लिया और उसे मुसलमानों को मारने के लिए मौत के घाट उतार दिया गया | संभाजी को भयानक उत्पीडन के बाद ११ मार्च १६८९ को भीमा नदी के पास सर धड से अलग कर मौत दे दी गयी | 

Please join our telegram group for more such stories and updates.telegram channel