पेशवा मराठा साम्राज्य में प्रधान मंत्री को दी गयी उपाधि थी | शुरुआत में पेशवा छत्रपति (मराठा राजा ) के अधीनस्थ होते थे लेकिन बाद में वह मराठा साम्राज्य के वास्तविक सरदार बन गए और छत्रपति सिर्फ एक राजा बन कर रह गया | मराठा साम्राज्य के आखिरी सालों में पेशवा भी नाम के सरदार बन के रह गए और मराठा रईसों और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का इन पर स्वामित्व बन गया |
सबसे पहले पेशवा थे मोरोपंत पिंगले जिन्हें छत्रपति शिवाजी ने मंत्रियों का अध्यक्ष घोषित किया था | चितपावन ब्राह्मण भात परिवार के काल में पेशवा सल्तनत के वास्तविक प्रशासक बन गए | पेशवा के पद ने सबसे ज्यादा ख्याति बाजी राव I (१७२०-१७४०) के समय में हासिल की | लेकिन पेशवा रघुनाथ राव के अंग्रेजों से मिलने के बाद पेशवा की ताकत ख़तम सी हो गयी | १८१८ में ब्रिटिश साम्राज्य से मिल जाने के बाद मराठा साम्राज्य का अंत हो गया |