बैरो और पार्कर को २३ मई १९३४ को घेराव कर बेंविल्ले परीश लुसिआना की एक ग्रामीण सड़क पर गोली मार दी गयी | जोड़ा एक गाडी में दिन में बाहर निकला था और उस पर गोली चलने वालों में थे ४ टेक्सस अफसर (फ्रैंक हमेर , बी एम् मन्नी गाल्ट , बॉब अल्कोर्ण और टेड हिंटन ) और दो लुसिआना के अफसर (हेन्देर्सन जॉर्डन और प्रेन्टिस मोरेल ओअक्ले)| इस दल का नेतृत्व कर रहे थे हमेर जो १२ फेब्रुअरी १९३४ से गिरोह पर नज़र रखे थे |


२१ मई १९३४ को दल के टेक्सस के ४ सदस्य श्रेवेपोर्ट में थे जब उन्हें मालूम पड़ा की बैरो और पार्कर मेथ्विन के साथ उस दिन बेंविल्ले परीश जायेंगे | बैरो ने अलग होने पर मेथ्विन के घर मिलने की बात की थी और वाकई में वह लोग अलग हो गए | पूरा दल 21 मई की रात से वहां पर इंतजार करने लगे लेकिन अगले दिन तक भी जोड़े का कोई निशान नहीं था | २३ मई सुबह ९:१५ पर जब दल की हिम्मत टूट रही थी तभी उन्होनें बैरो की चोरी की गाडी को तेज़ी से  आते हुए देखा | बैरो उस समय मेथ्विन के बाप से बात करने के लिए रुका जिसे पुलिस ने वहां इसी मकसद से खड़ा किया था ताकि वो बैरो को पुलिस के दल के नज़दीक ले आये | पुलिस वालों ने गोली चलाना शुरू की और १३० राउंड्स चलाये जिसमें बैरो और पार्कर की मौत हो गयी | पुलिस अफसरों ने सारी गोलियां दाग दी और उनमें से कोई भी बोनी और क्लाइड का मौत का कारण हो सकती है |


क्षोध कर्ताओं के मुताबिक बोनी और क्लाइड दोनों पर कम से कम ५० बार गोलियां चली | बाद में अफसरों ने गाडी का निरिक्षण किया और बताया की उसमें कई हथियार मोजूद  थे जैसे शॉटगन ,हैण्डगन और काफी सारा बारूद और कई राज्यों की चोरी की गयी नंबर प्लेट |अपने बेटे के शव की पहचान करने के बाद हेनरी बैरो एक कुर्सी पर बैठ बहुत रोया | 

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