बच्चों को अक्सर पता नहीं होता की वह क्यूँ बेचैन हैं ;बस वह परेशान होते हैं | उनके बताने से पहले हमें पता चल सकता है की वह तकलीफ में हैं | नीचे लिखे हैं कुछ लक्षण जिनसे आपको अंदेशा हो सकता है |
• बार बार सवाल पूछना
• एक ही काम को बार बार करना
• सुरक्षा के लिए किसी चीज़ की ज़रुरत , पकड़ने के लिए या पीछे छुपाने के लिए |
• हकलाना या बडबडाना |
• चीज़ें गिराना या खुद फिसलना
• आँखें न मिला पाना , या फिर डर के कहीं और देखना
• कन्धों को झुका के रखना
बैचैनी अक्सर संदेह और भय से उत्पन्न होती हैं | जब हमें किसी बात से डर लग रहा होता है तो हमारा शरीर हमारे नाज़ुक अंगों की सुरक्षा करने की कोशिश करता है | हम बाहर से ठंडा महसूस करते हैं | हममें ताकत की कमी होती है और हम अलग प्रकार से चलते हैं |
व्यसक होने के नाते हमारा अपने बच्चों पर काफी प्रभाव पड़ता है | जब वह बैचैन होते हैं तो कई ऐसी चीज़ें हैं जो हम उन्हें शांत करने के लिए कर सकते हैं | नीचे लिखे हैं इस समस्या के १० हल |