ताम्र सम्सोनोवा बहुत उम्रदार थीं जब उन्हें सोशल सर्विस के लोगों ने संत पीटरस्बुर्घ के एक युद्ध सैनिक के घर में रहने के लिए भेजा | इस एहसान का बदला देने के बजाय ताम्रा ने उसका क़त्ल कर दिया | इसके इलावा और कई नजदीकी लोगों जिनमें उनके पति भी शामिल थे का भी यही हाल हुआ |
सम्सोनावा की उम्र (पकडे जाने के समय ६८ साल) की वजह से लोगों को इस हैवानियत पर यकीन नहीं हुआ | अक्सर वह क़त्ल कर शव को बिना सोचे खा जाती थीं | ऐसा कई सालों से चल रहा था | उसका पति जो सम्सोनोवा के पकडे जाने के १० साल पहले गयाब हो गया था उसके शुरुआती शिकारों में से एक है | वह तब पकड़ी गयीं जब एक टी वी कैमरा ने उन्हें कूड़े में शरीर के अंग फैंकते देख लिया | जब जांच गहरायी में हुई तो उनकी और काली करतूतें सामने आयीं | उनकी डायरी में उन्होनें भक्षण का ज़िक्र किया और ये भी बताया की वह फेफड़ों को निकाल खा लेती थी |
मीडिया ने जल्द ही कहानी को तूल दे दिया और सम्सोनोवा को “ग्रैनी रिपर” का नाम दिया गया | पहले उन्होनें गुनाहों को नहीं कबूला लेकिन बाद में उन्होनें क़त्ल की वजह बताई , वह सिर्फ एक सीरियल कातिल की तरह जानी जाना चाहती थीं | सम्सोनोवा को अभी तक सजा नहीं हुई क्यूंकि जांच अभी जारी है |