अकेलापन एक भावना है जो किसी दुखद याद की वजह से जन्म लेती है | बदकिस्मती से दिमाग चीज़ों का कुछ ज्यादा ही विश्लेषण करता है , इसिलए कुछ पलों का अकेलापन भी ज्यादा लम्बा हो सकता है और मन में ऐसे विचार जन्म ले सकते हैं जैसे “में इतना अकेला क्यूँ महसूस कर रहा हूँ” और “क्या में इतना बुरा हूँ की मुझे कोई प्यार न करे?” | जब ऐसा कुछ हो तो भावना को स्वीकार कर लें और ज्यादा सोचे नहीं |