शर्मीन ओबैद चिनॉय की ये वृतचित्र एक जिंदा शिकार की नज़रों से पाकिस्तान में ऑनर किल्लिंग के अभिशाप पर नज़र डालती है | १९ साल की सबा कैसर को गोली मार मरने के लिए नदी में उसके बाप और चाचा ने छोड़ दिया क्यूंकि वह एक शादी शुदा आदमी के साथ भाग गयी थी | बाद में उसे जनता के कहने पर अपने हमलवारों को माफ़ करना पड़ता है|