गोद्दार्ड ने ये चाल अपने पति से सीखी जो बहस के बीच में रुक ये तीन शब्द बोल देता है | वह कहती हैं “मुझे नहीं पता की इससे क्या फर्क पड़ता है” ये शायद आपके दिमाग में चलने वाली आख़री चीज़ होगी लेकिन जब बात बहुत बढ़ जाए तो इन शब्दों को कहने की कोशिश करें | “ भावनाओ को सुलगाने के बजाय आप उसे शांत कर देते हैं | गोद्दार्ड के पति अलेक्स कहते हैं “ इससे आप दोनों की नज़र व्यापक बदलावों पर पड़ेगी | और बाद के समय में आपको एहसास होगा की सब कुछ ठीक हो जायेगा |”