हर रात ९० मिनट से लेकर २ घंटे तक पृथ्वी का हर शख्स सपना देखता है |कई बार सपनों का अर्थ समझना आसान होता है :कोई खोया दोस्त वापिस आना , किसी खूबसूरत जगह का बुलावा या कोई लाटरी जीतना |
पर हमेशा सपने कोई आसान सी कहानी नहीं बता रहे होते हैं और सपनों की क्षोध तब और रोचक बन जाती है जब अलग प्रान्तों और संस्कृति के लोग एक जैसे सपने देखने की बात बताते हैं | “सपने एक सार्वभौमिक भाषा हैं जो भावनाओं से विस्तृत दृश्यों का निर्माण करता है”ऐसा कहना है १६ साल से एक लाइसेंस प्राप्त सामाजिक और पेशेवर सपनों की कार्यकर्ता सुज़ेन्न बर्गमान का |
बर्गमान ने १४ आम दृश्यों की पहचान की है जो अक्सर लोगों के सपनों में दिखाई देती हैं | बर्गमान कहती हैं “ सपनों में दिखने वाले चिह्नों और दृश्यों का कोई एक पक्का मतलब नहीं होता है” | “ पर जैसे एक मुस्कान से पता चलता है की कोई खुश है , ये दृश्य इतने आम हैं की इनका एक ही मतलब होता है”|