मध्य कालीन समाज में ऐसा माना जाता था की काली बिल्ली चुड़ेलों की साथी होती हैं | कुछ लोग तो ये भी मानते थे की 7 साल बाद कई बिल्लियाँ चुडेलों और राक्षसों में बदल जाती हैं | इसीलिए अगर एक काली बिल्ली रास्ता काटे तो इसको अपशगुन माना जाता था और ऐसा कहा जाता था की उस रास्ते पर नहीं जाना चाहिए | हिटलर और नपोलियन जैसे शक्तिशाली आदमी भी काली बिल्ली के प्रकोप से डरते थे |