बच्चों को ये बताएं की माँ बाप होने के बावजूद आप हमेशा उनकी सुरक्षा नहीं कर सकते हैं | उन्हें प्रोत्साहित करें की वह अपने लिए खड़े हो सकें , हिम्मत और इज्ज़त से अपनी बात कह सके और ज़रुरत पड़ने पर आगे आके उसका सामना भी कर सकें | अपने लिए (औरों के लिए भी ) लड़ पाने , अपनी बात कह पाने और नेतृत्व कर पाने की कला बहुत ही महत्वपूर्ण सबक हैं जो किसी इंसान को इस आधुनिक युग में दिए जा सकते हैं | इन सबक को जल्दी सीख लें तो बेहतर |