इस दुनिया में बहुत कम ऐसे लोग होंगे जो औरों की ज़िन्दगी बचाने के लिए अपनी जान पर खतरा मोल लेंगे | उत्तरी बंगाल के दार्जीलिंग हिल्स की रंगु सौरिया ने करीब ८००० लड़कियों को नेपाल सीमा पर यौन गुलामी से बचाया है | और इसके इलावा २०००० बच्चों और लड़कियों जो की सिक्किम ,उत्तर बंगाल और असम से आई थीं को बिकने से भी बचाया है |
इस सब की शुरुआत हुई २००४ में जब रंगु और उसके दोस्तों ने एक अ१३ साल की लड़की को एक दिल्ली के व्यवसायी के प्रकोप से बचाया जिसने उसे गुलाम की तरह रखा था | इस घटना से उन्हें अपने जीवन का मकसद समझ आ गया और तबसे उन्होनें अपनी पूरी हिम्मत के साथ इन लड़कियों को बचाना अपना काम बना लिया है |