एक बार कृष्ण और पाँचों पांडव एक शहर से जा रहे थे जब उन्हें एक गधे का शव मिला | उसमें से काफी दुर्गन्ध आ रही थी और सब लोग वहां से अपनी नाक ढक जल्दी से निकल गए | सिर्फ कृष्ण को छोड़ जो वहां शव को देख खड़े मुस्कुरा रहे थे | जब वह एक सुरक्षित जगह पर पहुँच गए तो अर्जुन ने कृष्ण से पूछा “वासुदेव , आप इस दुर्गन्ध को कैसे बर्दाश्त कर रहे थे और मुस्कुरा भी रहे थे ?” |
कृष्ण ने मुस्कुरा के जवाब दिया “ जहाँ सब उस दुर्गन्ध पर ध्यान दे रहे थे मेरा ध्यान तो सिर्फ गधे के सुन्दर सफ़ेद दांतों पर था | हांलाकि उस गधे को मरे काफी समय हो गया था , फिर भी उसके दांत चमकदार और सफ़ेद थे | इस बात पर मुझे हंसी आ रही थी |” अर्जुन इस जवाब से हैरान हो गए की कैसे इतनी दुखद स्थिति में भी कृष्ण ने खुश होने की वजह ढूँढ ली थी |