विकर्ण दुर्योधन का एकमात्र भाई था जो द्रौपदी के चीर हरण के दौरान पांडवों के साथ था | जब युद्ध क्षेत्र में उसका सामना भीम से हुआ तो भीम ने कहा की वह उसे मारना नहीं चाहता क्यूंकि उसने द्रौपदी का पक्ष लिया था | इस पर विकर्ण ने जवाब दिया की उसका धर्म उसे दुर्योधन के विरुद्ध जाने की इजाज़त नहीं देता | अंत में भीम ने विकर्ण को मौत के घाट उतार दिया |