शाल्य माद्री, नकुल और सहदेव की माँ , के भाई थे | वह मद्र देश से पांडवों की मदद करने के लिए निकले थे पर दुर्योधन ने चालाकी से रास्ते में शाल्य के आराम का इंतजाम कर दिया | जब शाल्य कुरुक्षेत्र पहुंचे तो दुर्योधन ने उन्हें बताया की कैसे उसने रास्ते भर उनकी सेवा की है | शाल्य हैरान रह गए और मजबूरन उन्हें दुर्योधन को उसकी सेवा के बदले कुछ देना पड़ा –और दुर्योधन ने शाल्य से युद्ध में उसका साथ देने को कहा |