अर्जुन के पुत्र इरावन ने अपने को देवी काली को समर्पित कर दिया ताकि पांडव युद्ध जीत जाएँ | पर उनकी इच्छा थी की वह मरने से पहले शादी करना चाहते थे | इसीलिए कृष्ण भगवान् ने मोहिनी रूप ले उससे शादी की और जिस दिन इरावन की मौत हुई , विधवा की तरह उसकी मौत का शोक भी मनाया |