जब महाभारत का युद्ध हुआ तब सब राजाओं ने किसी एक दल का साथ देने का फैसला लिया | लेकिन उडुपी के राजा निष्पक्ष रहना चाहते थे इसीलिए वह कृष्ण के पास गए और बोला , “जो लोग लड़ रहे हैं उन्हें खाने के लिए भोजन चाहिए होगा | इसीलिए में भोजन प्रभंधन की ज़िम्मेदारी लूँगा और हर योद्धा को खाना खिलाऊँगा” |