वह केरल की प्लाचीमाड के आदिवासी क्षेत्र की एक महिला हैं जिसने कोको कोला जैसी बड़ी कंपनी के साफ़ पानी न मुहैय्या कराने का विरोध किया | ऐसा उन्होनें अपने गाँव के लिए किया | उनकी इस हड़ताल ने वहां स्थित कोको कोला के कारखाने को हमेशा के लिए बंद करवा दिया | वह कारखाना भूमिगत जल धन को ख़तम कर रहा था और इसीलिए स्थानीय लोगों के लिए एक खतरा था |