वंदना शिव भौतिक विज्ञानी, दार्शनिक, पर्यावरण कार्यकर्ता, विकास सलाहकार, नारीवादी, लेखक और बहुत कुछ | वह वैश्वीकरण पर बने अंतर्राष्ट्रीय फोरम की महत्वपूर्ण सदस्य हैं | उन्होनें कई पारंपरिक नीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाई है जैसा उनकी भारत की वैदिक सभ्यता पर आधारित किताब वेदिक इकोलॉजी में साफ़ नज़र आता है |
उन्होनें मोंसंतो जैसी बड़ी कम्पनी के विरुद्ध भारतीय मूल के बीज जैसे नीम , बासमती और गेंहू के दुरूपयोग के खिलाफ केस लड़े और जीते भी | टाइम पत्रिका ने उन्हें २००३ में पर्यावरण हीरो घोषित किया और एशिया वीक ने उन्हें उन्हें एशिया की सबसे प्रभावशाली संचारक बताया है |