३० साल की छवि राजावत ने नौकरी पेशा ज़िन्दगी की चकाचौंध को छोड़ राजस्थान में अपने गाँव सोडा का सरपंच बनना स्वीकार किया | दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज की स्नातक और आई आई एम् एम् पुणे की एम् बी ऐ की डिग्री हासिल करने वाली छवि ने कई बड़ी कंपनियों में काम करने के बाद अपने दादाजी रघुबीर सिंह का अनुसरण कर सरपंच बनने का फैसला किया | उन्हें ३० साल की उम्र में आई बी एन लाइव ने यंग इंडियन लीडर का पुरुस्कार दिया था |