राम की मौत नहीं हो रही थी क्यूंकि हनुमान यम को अयोध्या में घुसने नहीं दे रहे थे |हनुमान का ध्यान बंटाने के लिए राम ने धरती के एक छेद के रस्ते अपनी अंगूठी वहां डाल दी और हनुमान से उसे लाने के लिए कहा | हनुमान ने जब नीचे जा साँपों के राजा से राम की अंगूठी का ज़िक्र किया तो साँपों के राजा ने उन्हें एक अंगूठियों से भरी गुफा दिखाई और कहा ये सब अंगूठियाँ राम की हैं | उन्होनें चकित हनुमान को बताया की समय चक्र में जब राम को मृत्यु को अपनाना होता है तो वह एक छेद के रास्ते एक अंगूठी को नीचे फेंक देते हैं ताकि कोई हनुमान अपनी पहरेदारी से हट सके |