इस प्रथा का पालन इस्लाम का शिया गुट करता है | इसका प्रदर्शन मुहर्रम के पावन महीने में पैगम्बर मोहम्मद के पोते हुस्सेन की शहादत को श्रधांजलि देने के लिए किया जाता है | आदमी इस प्रथा में सांकलों से चाकू लगा अपने शरीर पर मारते है | वह अपने शरीर को नुक्सान पहुंचाते हैं , खून भी बहाते हैं लेकिन कोई दर्द महसूस नहीं करते हैं |