आर बी आई भोपाल को सबसे हैरान करने वाले घोटाले का सामना करना पड़ा जब तक की क्षेत्रीय निदेशक उमा सुब्रमण्यम को किसी व्यक्ति का फ़ोन आया की वह राज्यपाल डॉ वाय वी रेड्डी का रिश्तेदार है और उसे २० लाख की ज़रुरत है |बिना उसकी पहचान जाने सुब्रमण्यम ने अपने सभी कर्मचारियों से गुज़ारिश की वह अपना सारा पैसा निकाल ज़रुरत पूर्ति में मदद करें | सुब्रमण्यम ने स्वयं जा वो पैसा उस अनजान व्यक्ति को दे दिया | बाद में पता चला की राज्यपाल का ऐसा कोई रिश्तेदार नहीं है |
क्षेत्रीय निदेशक के ऊपर इस बेफकूफी के लिए केस चला और उन्हें जनरल मेनेजर की पद पर अवनत करा दिया गया | ये बात अलग है की बाद में अपनी मेहनत से उन्हें फिर अपना पद और अन्य अहम् जिम्मेदारियां दे दी गयीं |