आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में स्थित देवारागाट्टू मंदिर में बनी त्यौहार को मनाया जाता है | हर दशहरा आंध्र और कर्नाटक के कई श्रद्धालू लाठी ले आधी रात को एक दुसरे को घायल करने के लिए इकट्ठे होते हैं | खून में सने ये लोग शिव द्वारा मल मल्लेश्वर दैत्य के विनाश का सुबह तक जश्न मनाते हैं | मंदिर के पंडित के मुताबिक 100 साल से चल रही इस रस्म में पहले कुल्हाड़ी और भालों का इस्तेमाल होता था | इस साल इस त्यौहार में 56 लोगो के घायल होए की खबर है |