ये मंदिर कानपूर के एक गाँव बहता में स्थित है | ये मंदिर है तो बहुत छोटा लेकिन बहुत रहस्यमयी है | पुरातत्व विभाग भी हैरान है | ऐसा कहा जात है की ये मंदिर बारिश होने के ७ दिन पहले ही उसका पूर्वानुमान कर लेता है | स्थानीय लोगों के मुताबिक "बारिश होने के 7 दिन पूर्व इस मंदिर की छत से बारिश की बुँदे टपकने लगती थी और टपकी बुँदे भी उसी आकार की होती है जैसे बारिश होनी होगी "