श्रीकालहस्ती मंदिर तिरुपति से 36 किलोमीटर दूर स्थित है | इसे अपने वायु लिंग के लिए जाना जाता है |
श्रीकालहस्ती का नाम शिव के भक्तों पर रखा गया है :-
1 श्री नाम की मकड़ी
2 काल नाम का नाग
3 . हस्ती नाम का हाथी
इस मंदिर के भीतरी कक्ष में एक दिया जलता है जिसकी ज्योत हमेशा हिलती रहती है जबकि अन्दर कोई हवा नहीं मोजूद होती है | दरवाज़े बंद होने के बावजूद भी वायु लिंग दिखाई देती है |इस लिंग का रंग सफ़ेद है और उसे स्वयंभू माना जाता है |