कोल्मंस्कोप दक्षिण नामीबिया में स्थित एक ऐसा शहर है जहाँ अब कोई नहीं बसता है | १९०८ में ल्वाला नाम के एक कारीगर को वहां काम करते वक़्त एक हीरा मिला जो उसने अपने प्रबंधक को दिखाया | ये देख की इस क्षेत्र में हीरे मोजूद हैं जर्मन खदान कारीगर वहां आ कर बसने लगा और जल्द ही सरकार ने वहां हीरे की खदानी शुरू करवा दी |
इस क्षेत्र की दौलत को देखते हुए यहाँ के निवासियों ने इस गाँव का एक जर्मन शहर की तरह निर्माण किया जिसमें अस्पताल , बॉलरूम , पॉवर स्टेशन , स्कूल ,कैसीनो इत्यादि सभी सुविधाओं को मुहैय्या कराया गया था | पहले विश्व युद्ध के बाद जब यहाँ का हीरे का काम कम होने लगा तो ये शहर भी पतन की तरफ अग्रसर हो गया | यहाँ के रेगिस्तान की वजह से पर्यटकों को घुटनों तक रेत में धंस कर चलना पड़ता | इसलिए इस शहर से आबादी बिलकुल ख़तम हो गयी |अब इस जगह में घुसने के लिए पर्यटकों को सरकारी परमिट की आवश्यकता होती है |