बी अम्मान के नाम से मशहूर आबादी बानो बेगम ने अपने पिछड़े हालातों को अपने क़दमों की बेड़ियाँ नहीं बनने दिया | उन्होनें [पूरी जिंदगी परदे का पालन किया और जब अपने बेटे की गिरफ्तारी के खिलाफ १९१७ में आवाज़ उठाने की बारी आई तो वह भी परदे के पीछे से ही किया | बुर्के के पीछे से ही उन्होनें लखनऊ में घर से बाहर निकल एक विशाल समुदाय को संबोधित किया|