सुभाष चन्द्र बोस की मौत १८ अगस्त १९४५ को फोर्मोसा जापान में हवाई जहाज में आग लगने से हो गयी थी |लेकिन उनके कई समर्थकों ने इस बात को मानने से साफ़ इनकार कर दिया की ये मौत सिर्फ एक हादसा है |उनके मरने के कुछ घंटों बाद ही कई षड्यंत्रों की खबर आने लगीं जिससे आज भी इस विषय पर विवाद खड़ा हुआ है |
गाँधी और बोस की सोच मिलती नहीं थी क्यूंकि बोस क्रांतिकारी तरीकों से अंग्रेजों को देश से बाहर भेजना चाहते थे | खबरें आई थीं की गाँधी और नेहरु ने अग्रेजों से बोस को देने का समझौता कर लिया था और इसी लिए टोक्यो जाते वक़्त ही वह कहीं गायब हो गए |