रावण आयुर्वेद का ज्ञानी और रावण संहिता का लेखक था | वह रूद्र वीणा बजाना जानता था | वह वेदों का ज्ञाता था और उसे सारे वेद जुबानी याद थे | राक्षस होने के बावजूद भारत और श्री लंका के कई क्षेत्रों में उसका पूजन किया जाता है | वह शिव भगवान का परम भक्त था और उनके गुस्से को शांत करने के लिए उसने शिव तांडव स्त्रोत्रम लिखा था | उसने शनि देव का पैर भी तोड़ दिया था | मरते वक़्त भी वह लक्ष्मण को शासन का ज्ञान दे कर गया था | उसको ब्रह्मा ने आशीर्वाद दिया था की कोई भगवान, राक्षस ,किन्नर या गन्धर्व उसे मार नहीं सकता था | इसलिए विष्णु को मानव का रूप लेना पड़ा | उसने कई बार देवताओं को पराजित किया गया था | ये सब तथ्य इस बात की पुष्टि करते हैं की वह पुराणों का सबसे शक्तिशाली खलनायक था |

उसने बाली को भी पराजित करने की कोशिश की थी लेकिन बाली ने उसे मुक्का मार ,अपने हाथ के नीचे दबा लिया | वह उसे किशिकिन्धा ले गया और उसे बंदी बना के रखा | बाद में रावण ने उससे माफ़ी मांगी और वह दोस्त बन गए |


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