उनका जन्म तब हुआ जब देवी पार्वती ने खेल खेल में शिवजी की आंखें बंद कर दी |अँधेरा छा गया और अन्धक का जन्म हुआ | शिवजी ने अन्धक को हिरन्य्नेत्र को दे दिया जिसकी जल्द ही मृत्यु हो गयी |.अन्धक राजा बना लेकिन उसके भाइयों ने उससे सत्ता छीन ली | उसने ब्रह्मा की तपस्या की और ब्रह्मा ने उसे ताकत ,ख़ूबसूरती और आँखों की रौशनी दी और उसे वर दिया की वह तब मरेगा जब वह किसी माँ रुपी औरत को पाने की चाहत करेगा |
क्यूंकि अन्धक अब ताकतवर हो गया था उसने अपने भाइयों को हरा दिया | उसने देवताओं को भी हरा कर स्वर्ग पर कब्ज़ा कर लिया | एक दिन अन्धक के सेनापति ने पार्वती को देख उनकी ख़ूबसूरती की तारीफ अन्धक से की | अन्धक को वह औरत चाहिए थी |
अन्धक ने शिव को युद्ध के लिए ललकारा क्यूंकि उसे पार्वती चाहिए थी | एक भीषण युद्ध हुआ जिसके बाद शिव ने अन्धक का वध कर दिया |